समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज हमीरपुर के राठ विधानसभा क्षेत्र के मुस्करा गांव के किसानों से ‘किसान संवाद‘ कार्यक्रम के तहत वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। इसका आयोजन इं0 मोहम्मद परवेज ने सत्यपाल यादव निवर्तमान ब्लाक प्रमुख, सूर्यप्रकाश द्विवेदी उर्फ गुड्डू महाराज, आमिर एहसान, नासिरउद्दीन, एडवोकेट लोधी, शैलेन्द्र, मनीष द्विवेदी, धर्मेन्द्र राजपूत, धर्मदास अहिरवार, रईस मंसूरी, तौफीक सौदागर के सहयोग से किया। इसमें क्षेत्र के किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसान अगर खुशहाल नहीं है तो देश तरककी नहीं कर सकता है। खाद्य की आपूर्ति कर किसानों ने कोविड-19 के संक्रमण काल में काफी मदद की। लेकिन भाजपा राज में किसान दुःखी हैं। भाजपा ने उसका भरोसा तोड़ा है। नोटबंदी और जीएसटी से किसानों के हाथ खाली है। किसान को न तो मक्का, धान की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिला और नहीं उसकी आय दुगनी हुई। समाजवादी पार्टी ने जो मंडिया बनवाई उन्हें भी समाप्त कर दिया। किसान कहां जाए? श्री यादव ने कहा कि कृषि सुधार सम्बंधी कानून धोखा है। भाजपा ने भारत की बदनामी कराई है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। इस किसान विरोधी सरकार को हटाएंगे। लाकडाउन में 90 मजदूरों के मरने पर समाजवादी पार्टी ने एक-एक लाख रूपए की मदद की। बुन्देलखण्ड का किसान गरीब है। महोबा में किसानों की आत्महत्या के मामले की जांच कराई गई थी। अखिलेश यादव ने ददरी में पूर्व प्रधान की हत्या का संज्ञान लिया और अब तक उनकी कोई सहायता नहीं होने पर एक लाख रूपए की मदद दिलाने का आश्वासन दिया। ‘किसान संवाद‘ कार्यक्रम वृंदावन साहू तथा करन साहू के खेत में हुआ। ग्राम कुल्हडा के जगमोहन राजपूत ने कहा कि किसान आवारा, पशुओं से परेशान हैं। खेत बचाना मुश्किल है। मुस्करा गांव के श्री अली बख्श मंसूरी ने बताया कि नहर में पानी नहीं है। इसी गांव के राम विलास शुक्ला दद्दा ने कहा कि माइनर में पानी नहीं है। सिंचाई नहीं हो रही है। ग्राम इटालिया बाजार के राजनारायण लोधी ने कहा कि बीज, खाद, डीजल सब मंहगी है। खाद की एक हजार की बोरी दो हजार में हो गई है। बिजली के कटौती से पलेवा नहीं हो पा रही है। बिजली का मनमाना बिल आ रहा है। मुस्करा गांव के तेज प्रकाश कुशवाहा ने बताया कि समाजवादी सरकार में गांव में लैपटाप मिला था। भाजपा सरकार में न्याय नहीं है। समाजवादी सरकार का काम बोलता है। उन्होंने कहा कि नाम बदलने से क्या होगा? मुस्करा को लंदन कहने से वह लंदन नहीं हो जाएगा। कानून व्यवस्था बर्बाद है। अपराध बढ़ रहे हैं। सरकार मदद नहीं कर रही है। किसान संवाद‘ कार्यक्रम में किसानों ने अखिलेश यादव से यह भी कहा कि 2022 में आपके मुख्यमंत्री होने और समाजवादी सरकार बनने पर ही हमारी तकलीफें दूर होंगी। भाजपाराज से तो कोई उम्मीद नहीं है।