गुजरात में इस वर्ष मानसून अकाल की स्थिति की तरफ आगे बढ़ रहा है । सौराष्ट्र, कच्छ, दक्षिण गुजरात और उत्तर गुजरात के कई क्षेत्रों में जरूरत से ज्यादा बारिश हो चुकी है और अभी बारिश हो रही है, इसी वजह से यह बारिश के कहर की वजह से अब राज्य के यह क्षेत्रों में हरा सूखा की स्थिति बन गई है । किसानों के कपास, मूंगफली सहित की फसलें नष्ट हो जाने की दहशत रही है । हरा सूखा के बीच सोमवार को भी सौराष्ट्र के देवभूमि द्वारका के भाणवड में भारी तबाही हुई हो इस तरह १३ इंच से ज्यादा बारिश हुई । पोरबंदर में भी भारी बारिश हुई । पोरबंदर के घेड, कल्याणपुरा सहित के कई क्षेत्र दस फीट से ज्यादा पानी में डूब गये हैं । जिसकी वजह से एनडीआरएफ की टीमों को राहत और बचाव कामकाज शुरू करना पड़ा । दूसरी तरफ, मौसम विभाग द्वारा अभी भी ४ अक्टूबर तक बारिश का पूर्वानुमान जताया है ।
अभी मंगलवार को भी राज्य में उत्तर गुजरात, दक्षिण गुजरात, मध्यगुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ के अलावा केंद्रशासित प्रदेश दीव दमन और दादरानगर हवेली में बारिश का पूर्वानुमान जताया है । जबकि २ अक्टूबर को गुजरात के सुरेन्द्रनगर, बोटाद, राजकोट, अमरेली और भावनगर में बारिश होगी । ३ अक्टूबर को दक्षिण, दमन और दादरानगर हवेली तथा उत्तर गुजरात के अहमदाबाद, गांधीनगर, खेडा, दाहोद, पंचमहाल, महीसागर और अरवल्ली में बारिश की संभावना है । इसके अलावा अमरेली और भावनगर में बारिश होगी । ४ अक्टूबर को पंचमहाल, छोटा उदेपुर, नर्मदा, भरूच और वडोदरा में बारिश का पूर्वानुमान जताया है । अभी दो दिन तक सौराष्ट्र में हवा के साथ भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है तब गत रात से सौराष्ट्र के अधिकतर क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है । पोरबंदर में सोमवार को सुबह में बिजली की मेघगर्जना के साथ भारी बारिश होने पर चार इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई । बिजली की भयानक मेघगर्जना के साथ लोगों में भय का माहौल देखने को मिला । जबकि राणावाव में चार इंच से ज्यादा बारिश होने पर निचले इलाकों में पानी भर गया ।
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