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बिहार बारिश : अब तक २९ की मौत, पटना में १५० छात्राओं का हुआ रेस्क्यू

चार दिनों में देशभर में हुई भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में १२० से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जिनमें सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं । यहां गुरुवार से अब तक कम से कम ९३ लोगों की मौत हो चुकी है । उधर, बिहार में करीब एक हफ्ते से हो रही मूसलाधार बारिश के बाद जिंदगी ठप है । बारिश से जुड़े हादसों में मरने वालों की संख्या २९ तक पहुंच गई है । हजारों लोग सुरक्षित ठिकानों की तलाश में हैं । राजधानी पटना झील में तब्दील हो चुकी है । शहर के कई इलाकों में सड़कों पर ६ से ७ फुट तक पानी जमा है । लोग छतों पर ठिकाना बनाने को मजबूर हैं । यहां तक कि नीतीश सरकार में मंत्री प्रेम कुमार के आवास में भी पानी घुस गया । कोचिंग हब कहे जाने वाले राजेंद्रनगर में हॉस्टल में फंसीं सैकड़ों छात्राओं को रेस्क्यू किया गया है । वहीं, हजारों कोचिंग स्टूडेंट अब भी फंसे हुए हैं । एनडीआरएफ के साथ ही एसडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है । राज्य में बारिश से जुड़े हादसों में मृतकों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है । बिहार राज्य आपदा प्रबंधन अथॉरिटी का कहना है, अब तक बारिश की वजह से राज्य में २९ लोगों की मौत हो चुकी है । मौसम विभाग ने १४ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है । हालांकि विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि सोमवार को बारिश से थोड़ी राहत मिल सकती है । पटना और दरभंगा में मंगलवार तक सभी स्कूल-कॉलेज बंद हैं । मौसम विभाग ने राज्य के ९ जिलों में ऑरेंज और ५ जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है । बिहार सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को एयरलिफ्ट करने और फूड पैकेट गिराने के लिए भारतीय वायुसेना से दो हेलिकॉप्टर की मांग की है । इसके साथ ही सरकार ने एयर फोर्स से पानी निकालने की मशीन भी मुहैया कराने की मांग की है । पटना में बदतर हालात हैं । पूरा शहर एक बड़ी झील में तब्दील हो गया है । राजेंद्र नगर और पाटलिपुत्र कॉलोनी जैसे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है । शहर के कई अस्पताल, दुकान, बाजार जलमग्न हो चुके हैं । यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है । लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है । पटना के खगौल थाना इलाके के दानापुर रेलवे स्टेशन के पूर्वी गेट के पास भारी बारिश के कारण सड़क किनारे एक पेड़ ऑटो रिक्शा पर गिर गया, जिससे उसमें सवार डेढ़ साल की एक बच्ची और तीन महिलाओं की मौत हो गयी । मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ के पानी में हजारों लोग फंसे हुए हैं । ६ से ७ फुट जलभराव के बीच लोगों का पानी और राशन खत्म हो चुका है । मकान की पहली मंजिल को छोड़कर लोग अब दूसरी मंजिल और छतों पर शरण ले रहे हैं । रविवार को राजेंद्रनगर के गर्ल्स हॉस्टल से १५० लड़कियों को सुरक्षित निकाला गया, वहीं एनसीसी मुख्यालय भवन से २०० कैडेट्‌स का भी रेस्क्यू किया गया । हजारों छात्र अब भी कई हॉस्टलों में फंसे बताए जा रहे हैं । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिलाधिकारियों के साथ एक विडियो कॉन्फ्रेंस के बाद कहा, हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं । मैं राज्य के लोगों से धैर्य और हिम्मत रखने की अपील करता हूं । मौसम विभाग के अनुसार, राज्य की राजधानी में शुक्रवार शाम से २०० मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है, जिसे आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने पूरी तरह से अप्रत्याशित बताया । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के मद्देनजर रविवार को आपदा प्रबंधन विभाग के साथ बैठक की और पटना में जलजमाव वाले इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा लिया । बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी के दोनों किनारे स्थित १२ जिलों में कहीं-कहीं लोगों के लिए दिक्कत की स्थिति पैदा हो गयी । अब पिछले पांच-छह दिन से लगातार भारी बारिश हो रही है । कोई सूचना नहीं है कि अब रुकेगी । मौसम विभाग भी सटीक अनुमान नहीं लगा पा रहा है । नीतीश ने कहा कि पटना में सिर्फ राजेन्द्र नगर ही नहीं अनेक जगहों पर पानी घुस गया है । हर जगह काम हो रहा है और पटना में भी जितना संभव है, काम किया जा रहा है । लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना, पेयजल की व्यवस्था, दूध की उपलब्धता आदि सुनिश्चित की जा रही है । मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारे हाथ में नहीं था । राज्य सूखे की स्थिति में था और अब बाढ़ आ गई है । इन आपदाओं में हम पीड़ितों की हर संभव सहायता का प्रयास कर रहे हैं । उन्होंने राहत शिविरों का इंतजाम किया गया है । इन हालात में लोगों को हौसला बुलंद रखना पड़ेगा । नालंदा में सात घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सकरी नदी के बीच टापू पर फंसे छह बच्चों की जान बचाई गई । सायडीह गांव के कुछ बच्चे भैंस चराने गए थे । इसी दौरान नदी का पानी बढ़ने से बच्चे पानी से घिर गए । भैंसें तो पानी में बह गईं लेकिन बच्चे किसी तरह घास पकड़कर मदद की गुहार लगाने लगे । इसके बाद एसडीआरएफ की टीम वहां पहुंची । अंधेरा होने की वजह से जीप की हेडलाइट की रोशनी में रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया । शनिवार से अब तक गया और भागलपुर में दीवार गिरने की घटनाओं में कम से कम १४ लोगों की मौत होने की जानकारी मिल रही है । भागलपुर जिले के बरारी थानाक्षेत्र में भारी बारिश के कारण अलग अलग स्थानों पर दीवार गिरने से मलबे के नीचे दबकर छह लोगों की मौत हो गयी जबकि एक अन्य व्यक्ति जख्मी हो गया ।

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