राजकोट क्राइम ब्रांच ने कुख्यात एजाज़ खियानी को धर-दबोचा है। एजाज सहित ग्यारह लोगों के खिलाफ गुजरात संगठित अपराध एवं आतकंवाद नियंत्रण (GUJCTOC) के तहत मामला दर्ज किया गया है।आरोपी एजाज़ खियानी और उसके गिरोह के खिलाफ 2011 से 2020 के बीच कुल 76 अपराध पुलिस ने दर्ज किए हैं। एजाज खियानी समेत 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही सभी आरोपियों की 10 दिन की रिमांड मंजूर की गई है। रिमांड के दौरान, आरोपी की संपत्ति, बैंक विवरण और आपराधिक गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की जाएगी। फरार आरोपी कहां रहता था? किन लोगों ने उसको आश्रय दिया था?फरार होने के बाद भगोड़े में कौन सी आपराधिक गतिविधियों में शामिल था इसके बारे में पुलिस पूछताछ करेगी।
GUJCTOC आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए सरकार का हथियार है, आतंकवाद और राज्य में संगठित अपराध, जबरन वसूली, अवैध माल की तस्करी, नशीले पदार्थों का अवैध व्यापार, फिरौती के लिए अपहरण, जबरन वसूली, संरक्षण के पैसा वसूली करना, अलग-अलग स्कीम के तहत लोगों के पैसे को लूटना जैसे आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ इस कानून के तहत कार्रवाई की जाती है।गुजरात विधानसभा में 16 सालों में तीन बार ताकत की जोर पर इस विवादित बिल को पास किया गया था। गुजरात में आतंकवाद और आर्थिक अपराधियों को हटाने के लिए 2004 में विधानसभा में बिल पास किया गया था।उसके बाद बिल को मौजूदा केंद्र की यूपीए सरकार से मंजूरी नहीं मिली थी। राष्ट्रपति ने बिल में संशोधन करने का निर्देश देते हुए वापस कर दिया था। केंद्र सरकार द्वारा इस बिल को वापस करने के बाद मौजूदा मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने यूपीए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था।