सौराष्ट्र में सबसे ज्यादा डेंगू की असर जामनगर जिले में देखने को मिल रही है और वहां डेंगू ने आतंक मचाया है । परिस्थिति ऐसी है कि जामनगर की जीजी अस्पताल में डेंगू की वजह से बिस्तर भी कम पड़ गये है और मरीजों को नीचे जमीन पर उपचार लेना पड़ रहा है ।
डेंगू की चपेट में रेसीडेन्ट डोक्टर भी आ चुके है । अब मंगलवार को जामनगर के खाखीनगर क्षेत्र में रहती छह वर्ष की बच्ची भूमि नंदाणीया की डेंगू की उपचार के दौरान मौत हो गई । दूसरी तरफ, राजकोट के कॉर्पोरेटर विजय वांक और उनकी पत्नी भी डेंगू होने पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और उपचार के तहत है । ध्रोल के डॉक्टर पुत्र का भी मंगलवार को राजकोट में डेंगू की वजह से मौत होने पर स्वास्थ्य विभाग के होश उड़ गए है और प्रशासन सक्रिय हो गया है ।
जामनगर शहर सहित जिले में प्रतिदिन बढ़ रहे डेंगू का घातक आतंक अभी भी बरकरार है । जिसमें सोमवार को डेंगू का शिकार हुए एक युवक की उपचार में मौत हो गई । जिसकी वजह से चालू सीजन का डेंगू से मौत का आंकड़ा १७ पर पहुंच गया है । दूसरी तरफ सप्ताह की शुरूआत में भी डेंगू के और ९९ पॉजिटिव केस सामने आये है । सभी मरीजों को जीजी. अस्पताल में चिकित्सा उपचार किया जा रहा है । जबकि डेंगू के ५३ मरीज फिर से स्वस्थ होने पर उनको जीजी अस्पताल से छुट्टी दी गई ।
तीन दिन पहले जामनगर की एमपी. शाह मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस का अभ्यास करती विद्यार्थी की अहमदाबाद में डेंगू से मौत हो गई थी । जामनगर और देवभूमि द्वारका जिले में चालू वर्ष में महामारी विशेष करके डेंगू की बीमारी ने आतंक मचाया हुआ है । पिछले तीन सप्ताह से डेंगू की बीमारी बढ़ने से विशेष करके सरकारी अस्पताल में रोजान उल्लेखनीय संख्या में मरीज सामने आ रहे है । सोमवार को जामनगर की जीजी. अस्पताल में डेंगू की उपचार में रहे भीमराणा के अरजणभाई नागेश (उम्र.४५) नाम के युवक की मौत होने का घोषित किया गया ।
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