राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी पार्टियों में सहमति बनाने की कोशिश में जुटी भाजपा के लिए अपनी ही सहयोगी शिवसेना को मानाना खासा मुश्किल साबित होता दिखा रहा हैं । ऐसे में शिवसेना को मनाने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह रविवार को उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे । दरअसल शिवसेना ने राष्ट्रपति पद के लिए एमएस स्वामीनाथन को उम्मीदवार बनाने का सुझाव देने का फैसला किया हैं । इससे पहले वह आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के नाम पर अड़ी थी । लेकिन न तो आरएसएस और न ही भाजपा इस पर तैयार दिखी । ऐसे में सेना ने अपने कदम खींचते हुए कृषि विज्ञान स्वामीनाथन का नाम बढ़ाने का फैसला किया हैं । शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम हिन्दू राष्ट्र हैं, इसलिए मोहन भागवत हमारी पहली पसंद हैं । लेकिन अघर उनके नाम से कोई समस्या है, तो हम एमएस स्वामीनाथन का नाम सुझाएंगे । हिन्दू राष्ट्र के अलावा हम कृषि प्रधान राष्ट्र भी हैं । किसानों की समस्याओं का उनके पास हल हैं । तो फिर स्वामीनाथन क्यों नहीं । वहीं सेना से जुड़े सूत्रों का कहना हैं कि स्वामीनाथन गैर राजनीतिक शख्स हैं और कृषि क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए सभी पार्टियों के लिए वे स्वीकार्य होंगे । किसान लंबे वक्त से स्वामीनाथन रिपोर्ट की सिफारिशें लागू करने की मांग करती रही हैं , ऐसे में उनके राष्ट्रपति बनने से किसानों में अच्छा संदेश जाएगा ।