नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी एनआईए ने पिछले साल सितम्बर में हुए उरी हमले की जांच में सहयोग के लिए पाकिस्तान से औपचारिक रुप से निवेदन किया हैं । चार पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा गिए गए इस हमले में भारत के १९ जवान शहीद हुए थे । इस हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी जिसमें पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर सेना ने पाकिस्तान के टैरर लॉन्च पैड ध्वस्त कर दिए थे । अब एनआईए ने पाकिस्तान से इस मामले में औपचारिक रुप से मदद मांगी हैं । जिसमें इस हमले के बाद बरामद सामान के बारे में जानकारी मांगी गई हैं । इस हमले के नौ माह बीतने के बाद भी अब तक चार में से एक ही आतंकी की पहचान हो सकी हैं जिसका नाम अबु अनस बताया जाता हैं । भारत ने पाक से जिन चीजों के बारे में जानकारी मांगी है उनमें अनस का डीएनए आतंकियों के जूते, कपड़े, उनके पास से मिली दवाएं व अन्य सामान शामिल हैं । हालांकि पहले भारत को शक था कि ये हमला जैश ए मोहम्मद ने करवाया है लेकिन उसकी जांच की दिशा तब बदली जब जमात उद दावा के चीफ हाफिज सईद ने उरी हमले में मारे गए एक आतंकी के लिए नमाज ए जनाजा का आयोजन किया । हालांकि भारत के दबाव में इस आयोजन को टालना पड़ा था । पाकिस्तान के साथ भारत की म्यूचुअल लीगल असिस्टेंट ट्रीटी नहीं है इसलिए पाक कोर्ट को भारत की ओर से सबूत जुटाने के लिए न्यायिक सहायता की रिक्वेस्ट गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद भेजी गई हैं । पाक ने भारत की इस तरह की रिकवेस्ट पर कभी कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी हैं ।