एक तरफ सरकार गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) के भव्य लॉन्च की तैयारी में जुटी है, दूसरी तरफ विपक्षी दल इस आयोजन के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि शनिवार (३० जून) को जीएसटी पर आयोजित संसद के विशेष मध्यरात्रि सत्र में शामिल नहीं होगी । पार्टी नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने यह बयान दिया हैं । सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के स्वतंत्रता के समय दिए गये नियति से किये गये वादे वाले एतिहासिक अवसर का महत्व कम नहीं करना चाहती । इशलिए वह इस प्रकार के किसी कार्यक्रम में भाग लेने को इच्छुक नहीं हैं । उधर सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी भी जीएसटी लागू करने के मामले में सरकार द्वारा जल्दबाजी दिखाये जाने को लेकर भी सवाल उठाया और कहा कि भाजपा ने विपक्ष में रहने के दौरान इस प्रणाली का विरोध किया था । बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने भी बुधवार को ऐलान किया था कि वह भी इस विशेष संसद सत्र का बहिष्कार करेगी । तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार जीएसटी को लागू करने के लिए कम से कम छह महीने चाहिए । उन्होंने कहा कि हम यह कह रहे हैं कि हमारी अर्थव्यवस्था १ जुलाई से जीएसटी के लिए तैयार नहीं हैं। गौरतलब है कि एक जुलाई से पूरे देश में लागू होने जा रहे जीएसटी के लिए ३० जून की आधी रात को संसद में विशेष कार्यक्रम रखा गया हैं । इसके तहत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ठीक रात १२ बजे जीएसटी को लॉन्च करेंगे ।
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