राम मंदिर बाबरी मस्जिद विवाद के बीच नए राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा हैं । असल में यह मंदिर एक प्राइवेट ट्रस्ट द्वारा रामजन्मभूमि के पास बनाया जाएगा । इस मंदिर को ३ एकड़ जमीन में फैले अमावा मंदिर के परिसर में ही बनवाया जाएगा । मिली जानकारी के अनुसार बिहार कैडर के पूर्व आईपीएस ओफिसर किशोर कृणाल ने कहा कि साल २००० में अमावा एस्टेट ने यह जमीन निखिल भारत तीर्थ विकास समिति को दे दी थी । अब यह ट्रस्ट मंदिर का निर्माण करवा रहा हैं । कृणाल इस ट्रस्ट के सचिव हैं वही पूर्व कैबिनेट सचिव नरेश दयाल ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं । किशोर कुनाल ने बताया कि मंदिर के निर्माण के लिए फैजाबाद डिवेलपमेन्ट अथोरिटी से नक्शा पास करवा लिया गया हैं और अब निर्माण शुरु कर दिया गया हैं । अमावा मंदिर परिसर में फिलहाल १२ मंदिर हैं । इस मंदिर का गर्भ गृह जमीन से ३० फीट की उंचाई पर होगा और इसे बुलेट प्रुफ ट्रांसपैरंट ग्लास से कवर किया जाएगा । मंदिर में भगवान राम के बाल रुप की मूर्ति स्थापित की जाएगी । जिसे रामजन्मभूमि से भी देखा जा सकेगा । यह मूर्ति ५०० मीटर की दूरी से देखी जा सकेगी । इस मंदिर के खुलने से पहले २ जुलाई से प्रसाद का वितरण (रघुपति लड्डू बांटना) शुरु किया जाएगा । किशोर कुनाल ने कहा कि हम यह मंदिर भक्ति के साथ बना रहे हैं । इसे बनाने के पीछे हमारे कोई राजनीतिक मंशा नहीं हैं ।