केन्द्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई ने आज पूर्व वित्तमंत्री पी चिंदबरम के बेटे कार्ती चिदंबरम से भ्रष्टाचार के एक मामले में दूसरी बार पूछताछ की । यह जानकारी सीबीआई सूत्रों ने दी । यह मामला उन पर पीटर मुखर्जी और उसकी पत्नी इंद्रानी के एक मीडिया समूह में विदेशी विनिमय के लिए कथित तौर पर मंजूरी देने से जुड़ा हैं । कार्ती सुबह ११.३० बजे सीबीआई मुख्यालय पहुंचे । सूत्रों ने बताया कि कार्ती के तीन संदिग्ध सहयोगियों- भास्कर रमन, रवि विनाथन और मोहनन राकेश से भी मामले के संबंध में पूछताछ की गई । एजेंसी उनसे आईएनएक्स मीडिया समूह को मॉरिशस से विदेशी विनिमय स्वीकार करने की विदेशी विनिमय स्वीकार करने की विदेशी विनियम प्रोत्साहन बोर्ड एफआईपीबी द्वारा उस समय दी गई मंजूरी को लेकर पूछताछ कर रही हैं । जब उनके पिता पी चिंदबरम केन्द्रीय वित्तमंत्री थे । सूत्रों का कहना है कि कार्ती द्वारा अप्रत्यक्ष रुप से नियंत्रित एक कंपनी ने आईएनएक्स मीडिया से पैसा लिया जिसे इंद्राणी और पीटर मुखर्जी चलाते हैं जो फिलहाल इंद्राणी की बेटी की हत्या के आरोप में जेल मंे हैं । सीबीआई ने इससे पहले २३ अगस्त को भी कार्ती से पूछताछ की थी । पी चिदबरम ने कार्ती पर सीबीआई द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए बयान दिया था कि सरकार उनके बेटे को निशाना बनाने के लिए सीबीआई और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही हैं । कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता ने कहा था कि एफआईपीबी ने सैकड़ों मामलों में स्वीकृति दी हैं ।