चीन के साथ लद्दाख में चल रहे गतिरोध के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, हमारी जमीन का एक इंच भी कोई नहीं छीन सकता। शाह ने कहा कि मोदी सरकार अपने देश की धरती के हर इंच की सुरक्षा के लिए सतर्क है और इसे हमसे कोई नहीं ले सकता। शाह ने अप्रत्यक्ष तरीके से चेतावनी देने वाले अंदाज में यह भी कहा कि सरकार चीन के साथ लद्दाख में गतिरोध हल करने के लिए हर मुमकिन सैन्य और राजनयिक विकल्प आजमाएगी। शाह ने एक साक्षात्कार में कहा कि हमारे सुरक्षा बल और नेतृत्व देश की संप्रभुता और सीमा की रक्षा में पूरी तरह सक्षम हैं। शाह से यह पूछा गया था कि क्या चीन ने भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया है? गृह मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार देश की संप्रभुता और सुरक्षा का संरक्षण करने के लिए प्रतिबद्ध है। आगामी बिहार चुनावों का हवाला देते हुए शाह ने विश्वास जताया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) दो तिहाई बहुमत हासिल कर लेगा। शाह ने कहा, नीतीश कुमार चुनावों के बाद राज्य में अगले मुख्यमंत्री बनेंगे। जब उनसे यह पूछा गया कि यदि भाजपा नीतीश कुमार की अगुआई वाले अपने सहयोगी जदयू से ज्यादा सीटें जीती तो क्या भगवा दल मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा ठोकेगा? उन्होंने कहा कि इस बात में कोई किंतु या परंतु नहीं है। नीतीश कुमार बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे। हम इसकी सार्वजनिक घोषणा कर चुके हैं और इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के बिहार में सत्ताधारी गठबंधन से अलग चुनाव लड़ने पर शाह ने कहा कि पार्टी ने उन्हें पर्याप्त सीटें दी थीं, लेकिन वे फिर भी गठबंधन से अलग चले गए। उन्होंने कहा कि यह हमारा नहीं उनका (लोजपा) निर्णय था। गृह मंत्री शाह ने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पर चिंता जताते हुए हालातों को बेहद गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा आदि विपक्षी राजनीतिक दलों को वहां राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस बारे में संविधान और राज्यपाल की रिपोर्ट के आधार पर उचित निर्णय लेगी। साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत की उम्मीद जताई। शाह ने कहा कि अगले साल विधानसभा चुनावों के बाद पश्चिम बंगाल में सरकार बदलेगी और भाजपा सत्ता में आकर सरकार का गठन करेगी। उन्होंने कहा कि हम समझते हैं कि हम पश्चिम बंगाल में एक दृढ़ लड़ाई लड़ेंगे और हम सरकार गठित करेंगे।