पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली के सरकारी बंगले खाली करने के बाद अब अन्य नेताओं पर भी दबाव बढ़ रहा है । ऐसे कई नेता हैं, जो अब सरकार का हिस्सा नहीं हैं या फिर लोकसभा चुनाव नहीं जीत सके हैं, लेकिन अब भी बंगलों में डटे हुए हैं । जो पूर्व दिग्गज मंत्रियों के बंगले खाली करने के फैसले के बाद अब इन लोगों पर भी दबाव है । सूत्रों ने बताया कि हाउसिंग मिनिस्ट्री ने दो दर्जन केंद्रीय मंत्रियों को बंगले आवंटित किए हैं । इनमें से कुछ ऐसे नेता भी हैं, जिनका मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में प्रमोशन हुआ है और वे बड़े बंगलों में शिफ्ट हो सकते हैं । हालांकि ये मंत्री तभी शिफ्ट हो सकते हैं, जब बंगले खाली हों । सीधा अर्थ यह है कि मंत्री तभी शिफ्ट हो सकते हैं जब मौजूदा समय में वहां रह रहे पूर्व मंत्री या सांसद बंगले को खाली करें । पशु एवं मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह ६, अशोक रोड स्थित बंगले में शिफ्ट होंगे । पिछले कार्यकाल में इस आवास को पूर्व कृषि मंत्री राधामोहन सिंह को आवंटित किया गया था । इसी तरह जल शक्ति मंत्री बनाए गए गजेंद्र सिंह शेखावत १२, अकबर रोड में शिफ्ट होंगे, जहां पूर्व मंत्री सुरेश प्रभु रहते हैं । इसके अलावा पूर्व कैबिनेट मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह को भी अपना बंगला खाली करना होगा ।
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