लोकसभा चुनाव में आए खराब परिणाम के बाद समाजवादी पार्टी (एसपी) अब नए रंग रोगन के साथ नजर आने की तैयारी कर रही है । उपचुनाव से पहले एसपी के अनुसांगिक संगठनों को धार देकर मैदान में उतारा जाएगा । ऐसा माना जा रहा है कि परिवार समेत विदेश गए अखिलेश यादव जुलाई के पहले सप्ताह में वापस आ जाएंगे । इसी के बाद संगठन में बदलाव की प्रक्रिया शुरू होगी । यह बदलाव १२ सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले कर लिए जाएंगे । कयासों के मुताबिक, पार्टी को नया स्वरूप दिया जायेगा । एसपी के एक कार्यकर्ता ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि समाजवादी पार्टी में अभी उपचुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के नाम मांगे जा रहे है । संगठन के पुराने, वफादार और जिताऊ कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाएगा ।
उन्होंने बताया, बीएसपी से गठबंधन टूटने के बाद नेताजी (मुलायम सिंह) के जमाने जैसा संगठन बनाने का प्रयास किया जा रहा है । हो सकता है कि सभी इकाइयों के अध्यक्ष का भी नए सिरे चयन हो । राष्ट्रीय अध्यक्ष के आने पर ही विचार किया जाएगा । बगावत कर नई पार्टी (पीएसपीएल) बनाने वाले शिवपाल यादव के एसपी में आने पर अभी संशय है । उन्होंने बताया, ‘कार्यकर्ताओं व संगठन के बीच संवाद का अभाव रहा । इस कमी को दूर करने के लिए ऊपर से नीचे तक संगठन में बदलाव कर उसे और गतिशील बनाया जाएगा । युवा संगठनों में नए नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी । समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप ने कहा, समाजवादी पार्टी उपचुनाव पूरे दमखम के साथ लड़ेगी । जनता प्रदेश सरकार से नाराज है । इसका फायदा एसपी को ही होगा । पार्टी उपचुनाव को लेकर एसपी बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं से संवाद कर रही है । राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वयं एक-एक कार्यकर्ता से फीड बैक ले रहे हैं । सूत्रों की मानें तो प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की जगह किसी और नेता को प्रदेश में संगठन की जिम्मेदारी दी जा सकती है । पटेल को कोई और जिम्मेदारी दी जा सकती है । मोचोर्ं व प्रकोष्ठों में भी नए चेहरे सामने लाए जाएंगे । बदलाव का क्रम ऊपर से नीचे तक चलेगा ।
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