धमाकेदार लोन्चिंग के कुछ ही तिमाही के बाद लाइफ स्मार्टफोन्स अपनी चमक खोने लगी । सेल्स के मोर्चे पर टोप ५ स्मार्ट कंपनियो में शामिल लाइफ अब मार्केट शेयर की रेस में लगातार पिछडती जा रही है । ४जी स्मार्टफोन बनाने वाली दिग्गज चाइनीज हैंडसेट कंपनियो के हाथों पिछले एक साल में इसकी मार्केट शेयर में बडी गिरावट आई है । तीन रिसर्च एजेंसियो के ऐनालिस्टो के मुताबिक, लाइफ का मार्केट शेयर इस साल मार्च में पिछले साल के इस पिरीयड के ७ पर्सेंट से गिरकर महज ३ पर्सेंट रह गया था । शिपमेंट से ही किसी भी हैंडसेट कंपनी की मार्केट शेयर का अंदाजा लगाया जाता है । इंटरनेशनल डेटा और साइबर मीडिया रिसर्च से पता चला है कि लाइफ का शिपमेंट पिछले साल मार्च को १९ लाख युनिट से घटकर इस साल मार्च में महज ७,००,००० युनिट रह गया । आईडीसी इंडिया के सीनियर एनालिस्ट नवकेंदर सिंह ने बताया, रिलायंस जियो ने मार्केट में उस समय दबदबा बनाया था, जब ४जी वोलेट हैंडसेट बनाने वाली कंपनीयो की संख्या काफी कम थी । इसलिए उस समय शिपमेंट काफी अधिक थी, लेकिन आज कई कंपनियों के इस सेंगमेंट में होने से उसका बाजार कम हुआ है । काउंटरपोइंट टेक्नोलजी मार्केट रिसर्च के एनालिस्ट शोभित श्रीवास्तव का कहना है कि पिछले साल के मध्य में रिलायंस जियो के एक्सक्लुसिव प्रीव्यु ओफर के तहत लाइफ के ब्रैंडेड स्मार्टफोन्स को काफी पुश किया गया था, लेकिन बदले हालात में जियो के दुसरी हैंडसेट कंपनियो के साथ ताल्लुक बढने से यह अब युजर्स के लिए पहले जितना अट्रैक्टिव नही रह गया । कम कीमत के चलते इसमें कस्टमर्स की दिलचस्पी पहले काफी ज्यादा थी । रिलायंस रिटेल और रिलायंस जियो इंफोकोम ने लाइफ के घटते मार्केट शेयर पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । दोनो कंपनियां रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी है । मुकेश अंबानी के रिलांयस रिटेल ने ग्रुप की टेलिकोम कंपनी को प्रमोट करने के लिए पिछले साल ४जी डिवाइसेस के ३४ मोडल्स लोन्च किए थे । इनकी किमत २९९९ रुपये से करीब ३०,००० रुपये तक थी । काउंटरपोइंट रिसर्च के मुताबिक, पिछले साल मार्केट लीडर सैमसंग के ३ करोड हैंडसेट के मुकाबले लाइफ के करीब ७६ लाख स्मार्टफोन बिके थे ।