केंद्र की मोदी सरकार के सभी मंत्रालयो द्वारा ३ साल के कामकाज का ब्यौरा जनता के समक्ष पेश किए जाने की तर्ज पर केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में भी इस तरह की पहल देंखने को मिली है । यहां उपराज्यपाल किरण बेदी ने अपने एक साल के कार्यकाल के कामकाज का हिसाब जनता को दिया । किरण बेदी की इस पहल के साथ ही किसी निर्वाचित सरकार वाले राज्य में राज्यपाल या उपराज्यपाल द्वारा अपने कामकाज का ब्यौरा पेश करने की नई शुरुआत हुई है । देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी बेदी को मोदी सरकार की अनुशंसा पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने २२ मई २०१६ को पुडुचेरी का उपराज्यपाल नियुक्त किया था । अपने कार्यकाल का पहला साल पुरा करने के बाद बेदी ने अपने कामो का लेखाजोखा जनता के बीच रखते हुए इस पर जनता से संवाद भी कायम किया और इस अनुठी पहल के माध्यम से राजनिवास के कामकाज पर जनता की राय भी ली । बेदी ने बताया कि २ दिन के इस कार्यक्रम में पहले दिन २ जुन को राजनिवास के अधिकारियो के साथ एक साल के कामकाज की समीक्षा की गई और ३ जुन को अपने कामकाज पर जनता के साथ संवाद किया गया । जनता को पेश रिपोर्ट कार्ड के हवाले से उन्होंने बताया कि राजनिवास के दरवाजे आम जनता के लिए खोलना रिपोर्ट कार्ड की सबसे अहम पहल रही । इसके तहत बीते एक साल में हुए जनसंवाद को लेकर राजनिवास की और से जारी ब्यौैरे के मुताबिक ८३८६ लोगो ने उपराज्यपाल से मुलाकात कर अपनी समस्याओ का निराकरण कराया जबकि २५९५ लोगो की दिक्कते फोन कोल से ही दुर हो गई । रिपोर्ट कार्ड में बेदी ने जनता के कामो को लेकर अधिकारीयो और संगठनो के साथ ३८६ टाउन होल मीटिंग करने और राजनिवास द्वारा छात्रो और स्थानीय परिवारो के लिए फिल्म श्रृंखला के आयोजन का भी उल्लेख किया । उनकी सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि के बारे में पुछे जाने पर बेदी ने बताया कि राजनिवास के कामकाज को प्रशासनिक जिम्मेदारीयो के साथ जनहित पर भी केंद्रीत करना सबसे अहम शुरुआत कही जा सकती है । उन्होंने कहा, इस पहल का नतीजा यह रहा कि राजनिवास को अब जनता के कार्यालय के रुप में देखा जाने लगा है ।