कर्नाटक में मचे सियासी उठापटक के बीच मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस सतर्क हो गई है । कांग्रेस को अंदेशा है कि बीजेपी राज्य की कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने में जुटी है । कांग्रेस नेताओं को डर है कि बीजेपी अब मध्य प्रदेश की सत्ता बदलने के लिए साजिश रचने में जुटी है । कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक में बीजेपी को पता है कि वह सरकार को गिराने में कामयाब नहीं हो पाएगी और वे अब मध्यप्रदेश में ऐसी कोशिश कर सकते हैं । कांग्रेस सूत्र का कहना है, वे भोपाल में हमें सत्ता से हटाने के लिए असली ताकत लगाने जा रहे हैं । १५ साल के बाद बीजेपी एमपी की सत्ता से बाहर हुई है । दिसंबर में विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी । बीजेपी को २३० सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत से ७ कम यानी १०९ सीटें हासिल हुई थीं । वहीं कांग्रेस को ११४ सीटों पर जीत मिली थी । राज्य में कांग्रेस की सरकार की अगुआई सीएम कमलनाथ कर रहे हैं, जिन्हें एक चतुर नेता माना जाता है । चुनाव नतीजों के फौरन बाद उन्होंने चार निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल करते हुए सरकार बना ली । इसके साथ ही कांग्रेस सरकार को बहुजन समाज पार्टी के दो समाजवादी पार्टी के एक विधायक का समर्थन हासिल है ।
मंगलवार को दो निर्दलीय विधायकों ने कर्नाटक की एचडी कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस ले लिया था । हालांकि २२४ सदस्यों की विधानसभा में जेडीएस-कांग्रेस के ११६ विधायक हैं । इसके अलावा उसे बीएसपी के एक विधायक का भी समर्थन हासिल है ।
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