कुलभूषण जाधव की फांसी को लेकर पाकिस्तान ने सकारात्मक संकेत दिए हैं । भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा है कि जाधव की फांसी को लेकर पाकिस्तान इंटरनेशनल कोर्ट के फैसले से बाध्य हैं । ऐसा पहली बार हुआ है जब पाकिस्तान की तरफ से कोर्ट का अंतिम आदेश आने तक फांसी न देने के संकेत मिले हैं । एक खबर के मुताबिक अब्दुल बासित ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय कानून मानने के लिए प्रतिबद्ध हैं । उन्होंने कहा कि वह यह बात सिर्फ कोर्ट के अस्थाई आदेश के संदर्भ में कह रहे हैं जिसके मुताबिक जाधव की फांसी पर रोक लगाई गई हैं, इसका केस के मेरिट पर कोई असर नहीं पडेगा । पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने कहा, कोर्ट ने काउंसलर ऐक्सेस को लेकर कुछ ऐसा नहीं कहा है जिसे अंतिम माना जाए । इन सभी बातों का फैसला कोर्ट के आखिरी आदेश में होगा । हालांकि बासित ने यह भी कहा कि आईसीजे का फैसला पाकिस्तान के लिए ज्यादा मायने नहीं रखता क्योंकि जाधव के पास अपील करने के लिए १५० दिनों का वक्त हैं । साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जाधव के खिलाफ अपने कानून के हिसाब से कार्रवाई करेगा । बता दें कि जाधव की फांसी को लेकर पाकिस्तान का ये रुख उस दौरान आया है जब ये खबरें चल रही थीं कि पाकिस्तान कोर्ट के आदेश के खिलाफ जाधव को फांसी दे सकता है । इससे पहले शनिवार को पाकिस्तान के कानून के हिसाब सजा सुनाई गई है और पाकिस्तान अपने कानून के हिसाब से ही आगे काम करेंगा । उन्होेंने कहा था कि जाधव एक भारतीय जासूस है जो पाकिस्तान के खिलाफ संगीन अपराधों में शामिल था ।