अहमदाबाद शहर में इस वर्ष में हुई भारी बारिश की वजह से बाढ़ के पानी में फंसे ५०० से ज्यादा लोगों के जान बचानेवाले अहमदाबाद फायर सर्विस के साथ जुड़े हुए फायर के अधिकतर जवान खुद भय के तहत जीवन गुजार रहे है वह डयुटी पर हो फिर भी लगातार कई कारणों को लेकर वह हमेशा अपने घर की चिंता करते है जिसका मुख्य कारण उनको आवंटित कराये गये क्वॉटर्स की बदतर हालत है । इस बारे में शहर के मेयर और कमिशनर तक भी पेशकश की गई फिर भी परिस्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है । इस बारे में जानकारी यह है कि, शहर में हाल की परिस्थिति में कुल मिलाकर १५ फायरस्टेशन स्थित है । यह फायर स्टेशनों में डयुटी कर रहे फायर के जवानों को क्वॉटर्स आवंटित करायी गई है । फिर भी उनको जो फायर स्टेशन में क्वॉटर्स आवंटित कराया गया है यह फायर स्टेशनों में ही कई प्रकार की परेशानी और असुविधाओं के बीच उनके बच्चे या परिवारवाले जीवन गुजार रहे है । अहमदाबाद शहर के ओढव फायर स्टेशन का लोकार्पण किया गया उस समय से वहां सिर्फ कम बारिश के अंदर ही बारिश का पानी जमा हो जाने से जवानों को खुद बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है । इसी अनुसार असलाली फायर स्टेशन की खराब स्थिति है यहां की खिड़की और दरवाजे भी टूट गये है । छत में से लगातार बारिश का पानी टपकता है । शहर के थलतेज और शाहपुर तथा दाणापीठ फायर स्टेशन की चिंताजनक हालत है । शहर के मेमनगर फायर स्टेशन के नये बिल्डिंग को राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी द्वारा २५ दिसम्बर को लोकार्पण किया गया था । यह लोकार्पण बाद नवरंगपुरा फायर स्टेशन के तौर पर लोकप्रिय यह फायर स्टेशन के क्वॉटर्स में दिवाल में से पानी लगातार टपक रहा है । इलेक्ट्रिक बोर्ड से भी पानी टपक रहा है । दाणापीठ फायर स्टेशन कभी भी गिर जाए ऐसी हालत में है । फिर भी म्युनिसिपल प्रशासन का इस पर ध्यान नहीं जाता है । मेयर और कमिशनर को भी पेशकश की गई है ।