शहर में फिलहाल बारिश ने विराम ले लिया हैं । लेकिन शहर के विभिन्न इलाकों में मच्छरजनित बिमारियों के १००० से अधिक केस दर्ज हुए हैं । इसके साथ ही शहर के कई इलाकों में लोगों को मिल रहे प्रदूषित पानी के कारण उल्टी-दस्त, पीलीया, टाइफाइड और कोलेरा के एक महीने में १७९४केस दर्ज हुए हैं । शहर के विभिन्न इलाकों में हर घर में बिमारियां देखने मिल रही हैं। निजी और सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही हैं । अहमदाबाद म्युनिसिपल तंत्र द्वारा की गई कार्रवाई से अलग शहर में बिमारियों की स्थिति गंभीर दिखाई दे रही हैं ।मिली जानकारी के अनुसार शहर में जुलाई महीने में विभिन्न इलाकों मे खास तौर पर कोट इलाके में खाडिया, कालुपुर, शाहपुर, खानपुर, पूर्व में रखीयाल, गोमतीपुर समेत के इलाकों में कई बार पेशकश करने के बावजूद पोल्युशन का निराकरण नहीं होने पर कई इलाकों में प्रदूषित पानी का इस्तेमाल लोग कर रहे हैं । तंत्र इस मुद्दे पर लापरवाह दिखाई दे रहा हैं । इसी वजह से शहर के इस महीने में उल्टी दस्त के कुल मिलाकर १२९४ केस दर्ज हुए हैं । जो पिछले साल के जुलाई महीने से अधिक हैं । पिछले साल इस समय के दौरान १०१६ केस दर्ज हुए थे। इसी अनुसार जलजनित बिमारियों में पीलिया के केस भी पिछले साल की तुलना में इस साल अधिक दर्ज किए गए हैं । गत साल कुल २१७ दर्ज किए गए हैं । जिसकी तुलना में इस साल २४० केस दर्ज हुए हैं । टाइफाइड के पिछले साल कुल मिलाकर २४९ केस दर्ज हुए थे । जिसकी तुलना में इस साल ३३६ केस दर्ज हुए थे । शहर में मणीनगर, साबरमती, बेहरामपुरा और लांभा यह चार वोर्ड में एक एक कोलेरा का केस दर्ज हुआ हैं । मच्छरजनित ऐसे मलेरिया के केस भी गत साल की तुनला में इस साल बढ़े हैं । पिछले साल मलेरिया के पिछले साल ३१ केस दर्ज हुए थे । इस साल ४२ केस दर्ज हुए हैं । डेन्ग्यू के जुलाई महीने में कुल ५९ केस दर्ज हुए हैं । चीकनगुनिया में दो केस दर्ज हुए हैं । अहमदाबाद शहर में निजी अस्पतालों में इलाज ले रहे मरीजों के आंकड़े शामिल किया जाए तो आंकड़ा काफी अधिक होगा । म्युनिसिपल तंत्र द्वारा किए जा रहे कार्य की कोई असर देखने नहीं मिल रही हैं ।