हैदराबाद में हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजों के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल दिखाई दे रहा है। कोरोना की वजह से गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव में होने वाली देरी भी खत्म होने वाली है। गुजरात के स्थानीय निकाय चुनावों की तारीख की घोषणा अगले साल जनवरी में हो सकती है।आने वाले दिनों में 6 नगर निगम, 31 जिला पंचायत, 231 तालुका पंचायत और गुजरात की 55 नगर पालिकाओं के लिए चुनाव हो सकते हैं।
राज्य चुनाव आयोग इन स्थानीय चुनावों की तैयारी कर रही है। चुनाव की तारीखों की घोषणा जनवरी के अंत तक की जाएगी। गुजरात विधानसभा की खाली हुई थी आठ सीटों पर पिछले दिनों होने वाले चुनाव में भाजपा को शानदार कामयाबी मिली थी। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस दोनों की स्थानीय निकाय चुनावों पर नजर टिक गई है।चुनाव को लेकर दोनों पार्टियों ने पहले से ही कवायद शुरू कर दी है।
गुजरात कांग्रेस के प्रभारी राजीव सातव 5 दिनों के गुजरात के दौरे पर हैं। इस बीच वह गुजरात प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा, विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धनानी, राज्य के विधायकों और पार्टी के पदाधिकारियों से मिलकर आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की रणनीति तैयार कर रहे हैं। दूसरी ओर, भाजपा ने 6 नगर निगमों के लिए भी कवायद शुरू कर दी है। जनप्रतिनिधियों से 5 साल के काम-काज का रिपोर्ट पार्टी ने तलब किया है। जिसकी समीक्षा के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। नए परिसीमन के बाद वार्ड समीकरणों को जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए वार्ड अध्यक्षों से रिपोर्ट मांगी गई है।इसके अलावा, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने हाल ही में कहा था कि भाजपा स्थानीय निकाय चुनावों के लिए तैयार है। उपचुनाव के परिणामों की तरह स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस का सफाया हो जाएगा। संभव है कि अधिसूचना जनवरी के अंत तक सार्वजनिक हो जाएगी और फरवरी में चुनाव हो सकते हैं।