जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा, कश्मीरी युवाओं का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए हम किसी भी हद तक जायेंगे। पहले जो कानून देश में बनते थे, वे आम जनता और उनक हित सोचकर बनाये जाते थे। उन कानूनों के साथ जनता सहज थी, लेकिन अब जो कानून बन रहे हैं, वे जनता पर थोपे जा रहे हैं। आर्टिकल 370 को हटाकर कश्मीरियों के अस्तित्व पर सवाल किया गया है, जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
गौरतलब है कि आर्टिकल 370 को हटाने से पहले सरकार ने महबूबा मुफ्ता को हिरासत में लिया था। वह एक साल से ज्यादा समय तक नजरबंद रहीं थीं। हाल ही में 13 अक्टूबर को उन्हें रिहा किया गया है। रिहाई के बाद महबूबा मुफ्ती ने आर्टिकल 370 को पुन: बहाल करवाने के लिए आंदोलन शुरू कर दिया है।