हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं। खट्टर ने छह दिन पहले केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ एक बैठक में हिस्सा लिया था। शेखावत भी संक्रमित पाये गये थे। खट्टर ने ट्वीट किया, ‘मैं आज जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया हूं। मेरी जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है।’ उन्होंने अपने सहयोगियों और संबद्ध लोगों से अपील की है, ‘पिछले सप्ताह से मेरे संपर्क में आये लोग जांच करा लें। मैं करीबी संपर्क में आये सभी लोगों से तुरंत हेम कोरेंटिन में चले जाने का अनुरोध करता हूं।’ नयी दिल्ली में सतलुज यमुना लिंक नहर मुद्दे पर शेखावत के साथ बैठक के बाद खट्टर ने बृहस्पतिवार को कोविड-19 की जांच करायी थी लेकिन संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई थी। खट्टर ने एहतियात के तौर पर बृहस्पतिवार को तीन दिनों के लिए होम कोरेंटिन में जाने का फैसला किया था। हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से दो दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता और भाजपा के दो विधायक भी सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये। राज्य के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने कहा कि विधानसभा के छह कर्मचारियों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। विज ने पीटीआई-भाषा से कहा, “विधानसभा अध्यक्ष (गुप्ता) तथा विधायक असीम गोयल और राम कुमार की जांच में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है।” गुप्ता पंचकूला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, गोयल अंबाला शहर से और कुमार इंदरी से विधायक हैं। विधानसभा अध्यक्ष की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा सदन की अध्यक्षता करेंगे। इससे पहले दिन की शुरुआत में गुप्ता ने ट्वीट किया कि रविवार को उनकी कोरोना वायरस जांच हुई थी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि वह ठीक महसूस कर रहे हैं और डॉक्टरों की सलाह पर वह घर में ही पृथक-वास में रह रहे हैं। गुप्ता ने पिछले दिनों संपर्क में आये लोगों से अपनी जांच कराने और पृथक-वास में रहने को कहा है।
स्वास्थ्य मंत्री के सुझाव पर गत सप्ताह विधानसभा अध्यक्ष ने हरियाणा विधानसभा परिसर में बुधवार से शुरू होने वाले मॉनसून सत्र के दौरान प्रवेश करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए ‘कोविड-19 निगेटिव’ प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य कर दिया था। सत्र शुरू होने से पहले सभी विधायकों, अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, मंत्री, विधानसभा के कर्मचारी और अन्य अधिकारियों को अपनी कोविड-19 की जांच करवा कर रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य है।