अहमदाबाद शहर में फिर एक बार पानी की टंकी धराशायी होने की घटना सामने आने पर अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन और प्रशासन की पोल खुल गई है । घाटलोडिया क्षेत्र में स्थित कर्मचारी विभाग-१ में वर्षों पुरानी पानी की टंकी रविवार को सुबह में धराशायी होने से पूरे क्षेत्र में सनसनी मच गई । टंकी की आवाज के साथ धराशायी होने से आसपास के लोग डर गये और वहां जाकर पहुंच गये । हालांकि, इस दुर्घटना में एक युवती को चोट लगने से इसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराई गई । सुबह में टंकी धराशायी होने पर और उस समय में लोगों का आवागमन नहीं होने से बहुत बड़ी दुर्घटना टल गई । घटना की जानकारी मिलने पर फायर विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई और मलबे को हटाने का काम शुरू किया । इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार, शहर के घाटलोडिया क्षेत्र में कर्मचारी विभाग-१ की यह धराशायी हुई टंकी वर्ष १९९३ में बनी थी । देर रात को २.३० बजे टंकी ओवरफ्लो हो गई थी । आसपास के लोग पानी के ओवरफ्लो होने पर दहशत में थे । सुबह में ४.३० बजे के करीब टंकी अचानक ही टूट गई थी । जिसकी वजह से जोरदार आवाज आया और इस आवाज से स्थानीय निवासी अचानक डर गये । हालांकि, सुबह में यह दुर्घटना हुई होने से लोगों का आवागमन नहीं होने से बहुत बड़ी जनहानि टल गई थी । सिर्फ एक युवती को चोट लगने से इसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराई गई । म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा बोपल की टंकी गिरने के बाद शहर की जर्जर टंकियों का सर्वे करके तोड़ने के लिए काम शुरू किया गया लेकिन घाटलोडिया की यह टंकी को हटा लेने में प्रशासन ने लापरवाही बरती थी । स्थानीय लोगों का आरोप है कि बोपल की टंकी गिरने के बाद तीन-तीन बार म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में लिखित में जानकारी दी गई थी लेकिन कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया । टंकी सुबह में और छुट्टी के दिन धराशायी हुई है । यह दिन के दौरान गिर जाती तो बड़ी जनहानि हुई होती तो इसके लिए जिम्मेदार कौन ऐसे सवाल स्थानीय लोगों ने उठाया है ।
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