राज्य में तूफान के प्रभाव की वजह से बेमौसम बारिश हो रही है । इसे लेकर किसानों को काफी नुकसान हुआ है । राज्य में बेमौसम बारिश की वजह से मूंगफली, धान, अरंडी, कपास, दलहन और बागवानी खेती को नुकसान होने पर किसान बर्बाद हो गये है । इस स्थिति में फसल बीमा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का ३ नवंबर अंतिम दिन है तब मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने फिर एक बार महत्व का निवेदन दिया है कि, जिन किसानों ने फसल बीमा नहीं लिया हो और नुकसान हुआ होगा उनको भी केंद्र के नियम अनुसार सहायता दी जाएगी । मुख्यमंत्री ने किसानों को उनके फसल के नुकसान का उचित मुआवजा चुकाने के लिए आश्वासन फिर एक बार दिया । इस दौरान केंद्रीय मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला ने भी राज्य में बेमौसम बारिश को लेकर किसानों की चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि, किसानों के फसल को हुए नुकसान मामले में केंद्र सरकार की ओर से सभी संभव मदद दी जाएगी । उन्होंने आगे बताया कि, फिलहाल राज्य में किसानों के फसल को नुकसान मामले में सर्वे का काम किया जा रहा है यह पूरा होने के बाद राज्य सरकार उचित मुआवजा चुकायेगी और यह पूरे मामले में केंद्र सरकार भी अपने तरीके से जरूरी मदद करेगी । इसके पहले रविवार को मोरबी में एक कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री रुपाणी ने बताया कि, राज्य सरकार दिल्ली स्थित बीमा कंपनियों के संपर्क में है । फसल बीमा के लिए टोल फ्री नंबर बंद होने की शिकायतें थी । सरकार ने सर्वे के और सहायता के आदेश दिए है । जिन किसानों ने फसल बीमा नहीं लिया है उनको चिंता करने की जरूरत नहीं है । केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार उनको सहायता दी जाएगी । उल्लेखनीय है कि, मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने स्पष्ट बता दिया है कि, किसानों के फसल नुकसान का सर्वे सीमित और व्यवस्थित किया जाएगा । किसानों के नुकसान के सामने पर्याप्त सहायता दी जाएगी । बीमा कंपनी को सरकार ने तीन दिन से सूचना दी है । इस मामले में केंद्र सरकार की भी सभी सूचना दी गई है । जिन किसानों ने बीमा लिया है उनको मुआवजा मिले इसके लिए सूचना दी गई है ।
પાછલી પોસ્ટ
આગળની પોસ્ટ