भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि युवा प्रतिभाओं को तलाशने और उन्हें सीनियर टीम में जगह देने के लिए भारत को आगामी टी20 विश्व कप से भी आगे की सोच रखने की जरूरत है। गांगुली ने कहा भारत के लिए यह जरूरी है कि वह अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप को ना देखें। पिछले विश्व कप से पहले भी इस पर काफी शोर था और कभी-कभी यह सही नहीं होता है। जिस बात की जरूरत है वह यह है कि उन्हें केवल सर्वश्रेष्ठ खिलाडिय़ों को चुनने और उन्हें भरपूर मौका देने की जरूरत है क्योंकि घरेलू सर्किट में हमारे पास कई शानदार खिलाड़ी मौजूद हैं। गांगुली ने कहा कि गेंदबाजी विभाग में दीपक चाहर, खलील अहमद और नवदीप सैनी जैसे युवा खिलाडिय़ों को प्रदर्शन करते देखना काफी दिलचस्प होगा।
उन्होंने कहा कि ये खिलाड़ी समय के साथ-साथ और ज्यादा परिपक्व होंगे और बुमराह, भुवनेश्वर व शमी को अपना आदर्श बनाएंगे। यह भारत की तेज गेंदबाजी के लिए अच्छे संकेत होंगे। इसके अलावा स्पिन विभाग में राहुल चाहर, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप और चहल के होने से भी दूसरों पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए दबाव रहेगा। पूर्व कप्तान ने कहा कि टेस्ट में अपनी जगह खोने के बाद लोकेश राहुल अब सीमित ओवरों की क्रिकेट में अपनी जगह को लेकर दबाव में होंगे। गांगुली ने कहा कि वे टेस्ट टीम से अपनी जगह गंवा चुके हैं और अब नंबर चार के लिए अगर उन्हें खुद को साबित करना है तो उन्हें श्रेयस अय्यर और मनीष पांडे से कड़ी चुनौती मिलेगी।