भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर कहा है कि हाल के वर्षों में खेल के इस लंबे प्रारूप में प्रतिस्पर्धा काफी बढ़ गई है। कोहली ने सोमवार रात यहां वेस्टइंडीज प्लेयर्स एसोसिएशन अवाड्र्स कार्यक्रम के दौरान कहा कि खेल अभी और ज्यादा प्रतिस्पर्धी होने वाला है। टेस्ट चैंपियनशिप सही कदम है और बेहद सही समय पर उठाया गया है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पहले सत्र में एलीट देश ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और वेस्टइंडीज अगले दो साल में 27 सीरीज के दौरान 71 टेस्ट मैचों में खिताब के लिए चुनौती पेश करेंगे।
उन्होंने कहा कि लोग बातें कर रहे थे कि टेस्ट क्रिकेट प्रासंगिक नहीं रहा या मर रहा है। लेकिन मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में प्रतिस्पर्धा दोगुनी हुई है। अब यह खिलाडिय़ों पर है कि वे इस चुनौती को स्वीकार करें और जीत दर्ज करने की कोशिश करें। अब शायद ही ड्रॉ देखने को मिलेंगे। रोमांचक ड्रॉ होंगे क्योंकि सभी अतिरिक्त अंक हासिल करना चाहेंगे। भारतीय टीम गुरुवार से वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत करेगी। कोहली ने कहा, मुझे नहीं लगता कि हम बल्लेबाजी स्तर पर खरा उतरे हैं। टेस्ट स्तर पर बल्लेबाजी हमेशा मुश्किल होती है लेकिन अब इस चैंपियनशिप के साथ और कड़ी होगी जहां प्रत्येक फैसला आपके लंबे समय के लिए मायने रखेगा।