जिस दिन कर्नाटक सरकार ने आई मॉनिटरी अडवाइजरी (आईएमए) की पॉन्जी स्कीम की जांच सीबीआई को दी, स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने एक 40 साल के शख्स को इनवेस्टर्स के पैसों से प्रॉपर्टी खरीदने और एक बंकर में मंसूर खान के भेजे हुए पैसे छिपाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। आरोपी आर खमरुल्ला जमाल सीमेंट बनाने की यूनिट चलाता है। कोलार जिले के मलूर का जमाल इस केस में गिरफ्तार किया जाने वाला 26वां शख्स है।
एसआईटी ने बयान जारी कर बताया है कि आरोपी जमाल खान का पुराना दोस्त है। उसने मलूर में 1.5 एकड़ जमीन खरीदी थी। उस वक्त वह मलूर में फैक्ट्री चलाता था। आईएमए में इनवेस्ट किए गए पैसों से उसने जमीन और फ्रैक्ट्री खरीदे। आरोपी ने फैक्ट्री परिसर के अंदर ही एक बंकर बनाया। यह बंकर 20 फीट लंबा और 15 फीट चौड़ा था।
बंकर में न ही कोई खिड़की थी और न वेंटिलेटर। अंदर और बाहर जाने के लिए बंकर में एक छोटा सा दरवाजा था। उसने इस बात को कबूल किया है कि खान ने पिछले साल बंकर में कैश के बंडल छिपाए थे। यहां तक की जमाल ने बंकर की सुरक्षा के लिए दो गार्ड भी तैनात कर रखे थे।