बिहार में एनडीए और बीजेपी की सहयोगी जेडीयू ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के फैसले का विरोध किया है। राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर पर लाए गए बिल पर चर्चा के दौरान जेडीयू के सदस्य वॉकआउट कर गए। सदन में जेडीयू की तरफ से राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर ने बिल का विरोध किया। सदन में विरोध के बाद पार्टी के वरीय नेता केसी त्यागी ने भी इस बिल पर पार्टी का रुख साफ किया।
केसी त्यागी ने कहा कि जेडीयू-बीजेपी साथ रहकर भी भिन्न राय रख सकते हैं। संसद में विरोध करने और वोटिंग के बारे में त्यागी ने कहा कि मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार इस मुद्दे पर जो संदेश देंगे, उसका पालन किया जाएगा। इस मुद्दे पर हम अभी यही कहेंगे कि अनुच्छेद 370 पर केंद्र सरकार के फ़ैसले में पार्टी साथ नहीं है।
केसी त्यागी ने कहा कि जार्ज फ़र्नांडीज़ ने भी अनुच्छेद 370 जारी रखने की बात कही थी। उस वक़्त एनडीए-1 में तीन विवादित मुद्दों को बाहर किया गया था। बिहार में सरकार से अलग होने के सवाल पर त्यागी ने कहा कि जेडीयू के सामने और बीजेपी के सामने अभी ऐसा कोई प्रश्न नहीं है।
त्यागी से पहले उनकी ही पार्टी के नेता और बिहार सरकार के मंत्री श्याम रजक ने आज के दिन को काला बताया था। रज़क ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि आज का दिन हिंदुस्तान के लिए काला दिन है। आज संविधान की हत्या की गई है और हमारी पार्टी इसका पुरज़ोर विरोध करती है।
जेडीयू के ही एक और नेता तथा बिहार सरकार के मंत्री जय कुमार सिंह ने बयान देते हुए कहा कि जेडीयू बिल के प्रारूप को देखेगी तभी कोई फ़ैसला लिया जाएगा। इसके साथ ही मंत्री ने साफ किया कि किसी भी विवादास्पद मुद्दे पर पार्टी का स्टैंड वही है जो पहले था। सरकार को तमाम पार्टियों को विश्वास में लेकर कोई फ़ैसला लेना चाहिए।