आम बजट पेश होने के साथ ही भारतीय वायुसेना अब लंबे समय से लंबित पड़े दो मेक इंडिया के प्रॉजेक्ट्स को अंतिम रूप देने में जुट गई है। 1.5 लाख करोड़ रुपये के इन प्रॉजेक्ट्स के तहत भारतीय वायुसेना को 170 एयरक्राफ्ट मिलने हैं। टाटा-एयरबस के कंसोर्टियम के तहत इसी साल 56 मीडियम ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भारतीय वायुसेना को मिल सकते हैं। बकाया 114 फाइटर जेट अगले कुछ सालों में वायुसेना के बेड़े में शामिल होंगे।
सभी कॉमेंट्स देखैंअपना कॉमेंट लिखेंसूत्रों के मुताबिक सितंबर में फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपये के करार के तहत पहली किस्त में 4 राफेल विमान हासिल करने जा रही वायुसेना 114 फाइटर जेट्स के प्रॉजेक्ट्स के रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल के लिए भी कोशिश कर रही है। यह 2019 के अंत तक या फिर 2020 के शुरुआती दौर में जारी हो सकता है।
एक सूत्र ने कहा, 114 फाइटर जेट्स का प्रॉजेक्ट महत्वपूर्ण है क्योंकि 36 राफेल विमान और स्वदेशी तेजस के जरिए वायुसेना की जरूरतों को पूरा नहीं किया जा सकता है। जिसके बेड़े से बड़े पैमाने पर पुराने विमान रिटायर हुए हैं। इसलिए भविष्य के लिए तैयारी किए जाने की जरूरत है। फ्रांस की ओर से 36 राफेल विमान भारत को सितंबर, 2019 से अप्रैल 2022 के दौरान मिलेंगे। इसके तहत पहले 4 एयरक्राफ्ट जल्द मिलेंगे और फिर इनके लिए 10 पायलटों, 10 फ्लाइट इंजिनियर्स और 40 टेक्निशियंस की फ्रांस में ट्रेनिंग होगी। इसके बाद इन्हें अम्बाला के एयबेस में तैनात किया जाएगा।