भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्ष के महागठबंधन को एक भ्रम बताया है और दावा किया कि २०१९ के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की सत्ता बरकरार रहेगी । शाह ने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव परिणाम निश्चित तौर पर बीजेपी के पक्ष में नहीं रहे, लेकिन उन्हें २०१९ के लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखना सही नहीं है । लोकसभा के मुद्दे अलग है और हम जीत को लेकर आश्वस्त है ।
मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में शाह ने २०१९ लोकसभा चुनाव में शिवसेना का साथ मिलने का भी दावा किया । शाह ने कहा कि वह इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं कि शिवसेना २०१९ के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का साथ देगी । शाह ने कहा, विपक्ष के महागठबंधन की वास्तविकता अलग हैं ।
इसका कोई अस्तित्व नहीं है और यह एक भ्रान्ति है । बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, हम २०१४ में इन सभी के खिलाफ लड़े थे और सरकार बनाने के लिए इन्हें हराया था । वे सभी क्षेत्रीय नेता हैं, वे एक-दूसरे की मदद नहीं कर सकते ।
शाह ने कहा कि २०१९ में बीजेपी को पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर और ओडिशा में फायदा होगा । उन्होंने कहा, चुनाव के मुद्दे हैं, पांच साल में हमने राष्ट्री सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की और भ्रष्टाचार को कैसे हराया । हमने आठ करोड़ घरो में शौचालय बनाए और २.५ करोड़ घरो में बिजली पहंचाई । बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, केवल बीजेपी के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए जरूरी है कि एक मजबूत सरकार सत्ता में आए ।
शाह ने कहा, २०१४ में बीजेपी की छह राज्यों में सरकार थी और अब हमारी सरकार १६ राज्यों में है । हम जनादेश (राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में) स्वीकार करते हैं । चुनाव परिणामों पर हम आत्ममंथन करेंगे । शाह ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पडता कि २०१९ के चुनावों में नरेन्द्र मोदी के खिलाफ किसे प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार खड़ा किया जाता है । उन्होंने कहा, हम अपनी ताकात के आधार पर आगे बढ़ रहे हैं न कि दूसरों की कमजोरी के आधार पर ।