गुजरात विधानसभा के चुनाव को लेकर गुजरात इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) द्वारा प्रथम चरण की ८९ विधानसभा सीटों के लिए खड़े हुए उम्मीदवारों के ९७७ एफिडेविट में से ९२३ का काफी महत्वपूर्ण विश्लेषण और अभ्यास किया गया था । ५४ उम्मीदवारों के एफिडेविट में समान तरीके से स्केन नहीं होने से पढ़ा नहीं जाने की वजह से इसका विश्लेषण नहीं किया गया था । गुजरात इलेक्शन वॉच और एडीआर के विश्लेषण में चौंकानेवाले और निष्कर्ष सामने आये थे, जिसके अनुसार, कुल ९२३ उम्मीदवारों में से १३७ यानी कि, १५ फीसदी उम्मीदवारों के विरूद्ध आपराधिक मामले दर्ज हुए है वह उन्होंने अपने एफिडेविट में स्वीकार्य किया है । यह १३७ में से ७८ उम्मीदवार यानी कि, ८ फीसदी उम्मीदवारों के विरूद्ध मर्डर, मर्डर की कोशिश, अपहरण सहित के गंभीर अपराध दर्ज किए गए हैं यह गुजरात इलेक्शन वॉच और एडीआर के फाउन्डींग मैम्बर डॉ. जगदीप छोकर और कॉ-ओर्डिनेटर पंकित जोग ने बताया था ।उन्होंने आगे बताया है कि, प्रथम चरण के विश्लेषण में कुल ९२३ उम्मीदवारों में से १९८ उम्मीदवार यानी कि, २८ फीसदी तो करोड़पति है । ९२३ उम्मीदवारों में से ७ फीसदी यानी कि, ६५ उम्मीदवार तो पांच करोड़ से भी ज्यादा की आय है, जबकि सात फीसदी उम्मीदवार यानी कि, ६० उम्मीदवार दो से पांच करोड़ की आय वाले है । प्रथम चरण में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की औसत संपत्ति २.१६ करोड़ रुपये है । जबकि सिर्फ दो उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति जीरो बतायी है । गुजरात विधानसभा के प्रथम चरण के कुल ८९ विधानसभा मत क्षेत्रों में से २१ यानी कि, २४ फीसदी विधानसभा मत क्षेत्र रेडअलर्ट मत क्षेत्र है, जिसमें तीन या इसके ज्यादा उम्मीदवारों के विरूद्ध आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं ।