कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता रणदीप सूरजेवाला ने अहमदाबाद में आज फिर एकबार मोदी सरकार पर राफेल डील के मामले में कड़े प्रहार किए थे और राफेल हवाईजहाज डील में हजारों करोड़ के घोटाले का गंभीर आरोप लगाया गया था । कांग्रेस के वक्ता नेता रणदीप सूरजेवाला ने बताया है कि, राफेल डील के कॉन्ट्राक्ट बदलने का काम बहुत गंभीर और राष्ट्र की सुरक्षा के मुद्दे पर मजाक समान है । देश की सुरक्षा के मुद्दे पर किसी भी संजोगों में खिलवाड़ नहीं हो सकेगा । सूरजेवाला ने राफेल डील की पहले का कॉन्ट्राक्ट रद्द करके किसलिए निजी कंपनी को पीछे से कॉन्ट्राक्ट देकर उच्च कीमतों पर जहाज खरीदने का मोदी ने साजिश रची और उनके उद्योगपति मित्र को लाभ कराने की व्यवस्था करके यह मुद्दे पर मोदी जवाब दे । कांग्रेस के सीनियर नेता रणदीप सूरजेवाला ने राफेल डील के मामले पर आज मोदी सरकार पर कड़े प्रहार करते हुए कहा है कि, पहले दिसम्बर-२०१२ में राफेल हवाईजहाज डील के संदर्भ में कांग्रेस द्वारा १२६ हवाईजहाज १०.२ बिलियन डॉलर यानी कि, ५४ हजार करोड़ रुपये के खर्च से खरीदने का तय किया गया था । इसके लिए प्रथम चरण में १८ राफेल लडाकू विमान मिसाइल, शस्त्रों के साथ फ्रान्स से आना था और बाकी के १०८ हवाईजहाज हिन्दुस्तान एरोनेटीक्कस लिमिटेड टेक्नोलोजी और लाइसन्स करार के आधार पर यहां भारत में निर्माण करेगा, ऐसा तय हुआ था । कंपनी ५० फीसदी निवेश भारत में भी करेगा ऐसी भी शर्त रखी गई थी कि, जिसके भारत में नौकरियां पैदा हो सकेगी । मार्च-२०१४ में हिन्दूस्तान एरोनोटिकस लिमिटेड और राफेल बनानेवाली कंपनी डैसोल्ट एवीएशन के बीच इस बारे में करार भी हुआ लेकिन २०१४ में मई महीने में केन्द्र सरकार बदल गई और मोदीजी सत्ता में आया । अप्रैल-२०१५ में मोदी फ्रांस जाते है और अचानक ही वहां भारत सरकार के कैबिनेट या सुरक्षा की मंजूरी बिना बाहर ही बाहर पहले की डील केन्सल करके ३६ लडाकू जहाज खरीदने की घोषणा की ।
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