प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी कैबिनेेट में अगले एक-दो दिन में अहम बदलाव कर सकते हैं । सरकार और संगठन के स्तर पर इसे लेकर माथापच्ची जारी हैं । इसी क्रम में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर पर कम से कम ८ केन्द्रिय मंत्रियों ने पहुंचकर हाजिरी लगाई । इनमें वित्तमंत्री अरुण जेटली भी शामिल थे जो मनोहर पर्रिकर के गोवा के मुख्यमंत्री बनने के बाद से रक्षा मंत्री का प्रभाव भी संभाल रहे हैं । जेटली ने आज कहा कि उन्हें बहुत ज्यादा दिन तक वित्त और रक्षा दोनों मंत्रालय संभाले रखने की उम्मीद नहीं हैं । रक्षामंत्री के कार्यकाल को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में जेटली ने कहा कि कम से कम मुझे उम्मीद हैं कि अब मैं ज्यादा दिन रक्षा मंत्री नहीं रहुंगा ।वैसे भी मुझे इसका फैसला नहीं करना हैं । उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट में बहुप्रतीक्षित फेरबदल एक या दो सितम्बर को हो सकता हैं । क्योंकि रामनाथ कोविंद तक तक विदेश दौरे से लौट आएंगे और तीन से पांच सितम्बर तक विदेश दौरे से लौट आएगे और तीन से पाचं सितम्बर तक नरेन्द्र मोदी ब्रिक्स के सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन में रहेंगे । मोदी और शाह अच्छा परिणाम देने वाले मंत्रियों पर दांव खेल सकते हैं । ताकि सरकार के बचे दो साल में ज्यादा से ज्यादा काम को अंजाम दिया जा सके । सूत्रों के मुताबिक परिवहन मंत्री नीतिन गड़करी को बड़ी भूमिका दी जा सकती हैं । एआईएडीएमके भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा बन सकती है और उसे केन्द्रीय मंत्रिमंडल में एक कैबिनेट मंत्री सहित तीन सीटें ऑफर की जा सकती हैं । जनता दल यूनाइटेड ने भी एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर दिया हैं । उसे दो सीटें दी जा सकती हैं क्योंकि दोनों मंत्री बिहार के होंगे, इसलिए इस राज्य के दूसरे मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता हैं।