दक्षिण मुंबई के भिंड़ी बाजार इलाके में आज एक पांच मंजिला रिहाइशी इमारत ध्वस्त हो गई जिससे १५ लोग मारे गए और १४ अन्य घायल हो गए । करीब ३० लोगों के मलबे में फंसे होने की आंशका हैं । दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ध्वस्त होने वाली हुसैनी इमारत में करीब नौ परिवार रहते थे । मीडिया की कुछ खबरों में बताया गया हैं कि इस इमारत में एक प्ले स्कूल भी चलता था लेकिन हादसे के समय बच्चे नहीं पहुचे थे । यह इमारते जेजे अस्पताल के नजदीक मुस्लिम बाहुल्य पकमोडिया स्ट्रीट में स्थित थी जहां पर अधिकांश तौर पर निम्न मध्यवर्गीय परिवारों की रिहायश हैं । करीब साढ़े आठ बजे ध्वस्त हुई इमारत के भूतल पर छह गोदाम थे । अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ हैं कि मुंबई में हुई भीषण बारिश से इमारत को नुकसान हुआ था या नहीं । बताया जाता हैं कि यह इमारत करीब १०० साल से अधिक पुरानी थी । बचावकर्मी नीचे तक पहुंचने के लिये मलबे के ढेर पर चढ़कर कॉक्रीट की स्लैब को हथौड़े से तोड़ रहे हैं . क्रेन एवं बुलडोजरों को मलबा हटाने के लिए लगाया गया हैं । स्थानीय निवासी भी मलबा हटाने में मदद कर रहे हैं . पुलिस उपायुक्त जॉन के मनोज शर्मा ने बताया कि मलबे में फंसे लोगों की सही संख्या में बारे में तत्काल जानकारी नहीं हैं । हालांकि इस पांच मंजिला इमारत में एक प्लेस्कूल कार्यरत हैं । यह इमारत प्ले स्कुल का समय शुरु होने से करीब बीस मिनट पहले गिर गई । प्लेस्कुल इस इमारत के भूतल में स्थित था । प्लेस्कुल शुरु होने के समय यानी नौ बजे से करीब बीस मिनट पहले यह इमारत गिर गई । जिस समय इमारत गिरी उस समय मुंबई में रहने वाला एक व्यक्ति अपने बच्चे को प्लेस्कुल में लेकर आ रहा था । उन्होंने बताया कि मैं हुसैनी बिल्डिंग के सामने स्थित अपने घर से अपने बच्चे को यहां पहुचाने आ रहा था तभी मैंने इस इमारत को ताश के पत्तों से बनी इमारत की तरह ढहते देखा । दक्षिण मुंबई के जेजे अस्पताल के नजदीक स्थित इस इमारत में अभी तक १५ से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर हैं ।