अहमदाबाद में हुई भारी बारिश को लेकर कई क्षेत्रों में मक्खीजनित और जलजनित महामारी का प्रमाण बढ़ गया है । शहर की म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की स्कूल में अभ्यास करते बच्चों का स्वास्थ्य भी खतरे में आ चुका है । म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की कुल २३० स्कूलों में बच्चों को शुद्ध पानी मिले इसके लिए आरओ प्लान्ट लगाया गया था, लेकिन मेन्टेनन्स के अभाव में यह सभी आरओ प्लान्ट बंद हालत में है, जिसके कारण बच्चों को टंकी का गंदा पानी पीना पडता है । कई स्कूलों में तो टोइलेट और पीने के पानी की एक ही टंकी है, जिसमें से बच्चे पानी पीते है । इस तरह म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के शिक्षा विभाग का ६०० करोड़ रुपये का बजट होने पर भी स्कूल के बच्चों को प्राथमिक सुविधा नहीं मिलती है । म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की स्कूल में लगाये गये एक आरओ प्लान्ट की कीमत १ लाख २० हजार है । इस तरह, २३० आरओ प्लान्ट की कीमत ३ करोड़ रुपये से ज्यादा होता है । मेन्टेनन्स के अभाव में ३ करोड़ के आरओ प्लान्ट धूल जमा हो गया है । इस बारे में म्युनिसिपल स्कूल बोर्ड के शासनाधिकारी लगधीर देसाई कहते है कि जिस स्कूल में आरओ प्लान्ट बंद हालत में है उस स्कूल के आचार्य द्वारा हमें जानकारी दी जाए तब हम आरओ प्लान्ट की रिपेरिंग कराते है ।फिर भी स्कूल में आरओ प्लान्ट बंद हो तो इसका तात्कालिक रिपेरिंग काम शुरू किया जाएगा । अभिभावकों का कहना है कि हम पेशकश करते है लेकिन हमारी बात कोई सुनता नहीं है । हम हररोज कमाकर हररोज खाते है । इसी वजह से हमारे पास इतने पैसे नहीं है कि प्राईवेट स्कूल में हमारे बच्चे को पढ़ा सके । हमारे लिए तो कॉर्पोरेशन की एकसिर्फ स्कूल है, जिसके द्वारा हमारे बच्चों को शिक्षा मिल सके । हमारे पास और हमारे बच्चों के पास गंदा पानी और कॉर्पोरेशन की स्कूल सिवाय कोई विकल्प नहीं है । गुणोत्सव और प्रवेशोत्सव जैसे कार्यक्रम के समय में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शहर के पश्चिम क्षेत्र में स्थित स्कूलों, जहां सभी प्रकार की सुविधा है इसे ही सिलेक्ट करते है ।