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શિક્ષણ

शिक्षा विभाग की परेशानी से निजी स्कूलों को लाभ मिलेगा

राइट टू एज्यूकेशन एक्ट के तहत कक्षा-१ में विद्यार्थियों को प्रवेश देने की कार्यवाही फरवरी महीने से ऑनलाइन शुरू की गई थी । फिर भी अहमदाबाद शहर और ग्रामीण के ३१९० अभिभावकों ने अपने बच्चों के प्रवेश लेने का टाल दिया है । लेकिन ऑनलाइन सिस्टम में गूगल मेप के कारण हुई गलती शंकास्पद अभिभावकों ने स्कूलों में ले लिया प्रवेश पसंदगी की स्कूल नहीं मिलना, ऑफिस के चक्कर सहित के कई कारणों को लेकर नाराज और निराश अभिभावकों ने पिछले सप्ताह में आयोजित आरटीई प्रवेश का कामकाज स्पेशियल ड्राइव को विफल बनाया है । प्रशासन से परेशान होकर नाराज अभिभावकों ने शैक्षणिक सत्र शुरू होने के लंबे समय के बाद नयेसिरे से बच्चे को प्रवेश देने का टाल दिया है । राज्यभर की स्कूलों में यह महीने के दूसरे सप्ताह से परीक्षा शुरू हो रही है । तब आधे साल में पसंदगी की स्कूल नहीं मिलने से, बच्चे फिर से नई स्कूल में सेट होंगे कि नहीं और रिक्त हुई बैठकों की सूचीवाली स्कूलों में बच्चे को प्रवेश देने का योग्य है कि नहीं शहर की ११,१९० और ग्रामीण की ७००० बैठकों में से सिर्फ १५ हजार बच्चों ने प्रवेश कन्फर्म कराये होने की जानकारी मिली है । इतना ही नहीं विभाग ने गत सप्ताह में अभिभावकों को फोन और एसएमएस करके सामने से आरटीई के तहत प्रवेश लेने के लिए बुलाया था । जिसमें ग्रामीण की ४४२ बैठकों में से २६६ ने शहर की ६३२ में से १६० बैठकों पर अभिभावकों ने प्रवेश स्वीकार किया है । लेकिन कन्फर्मेशन का आंकड़ा अभी जारी नहीं हो सका है । शहर और ग्रामीण की १,०७४ बैठकों में से ७४८ अभिभावक प्रवेश लेने के लिए ऑफिस में नहीं आये है । राज्यभर में से १५ से २५ मई तक में अभिभावकों को प्रवेश कन्फर्म कराने की सूचना दी गई थी लेकिन निश्चित समयसीमा में अभिभावकों ने प्रवेश कन्फर्म नहीं कराने पर अवधि ३० मई तक बढ़ा दी गई थी । ३० मई तक में अहमदाबाद शहर और ग्रामीण के १९,२३१ में से सिर्फ ११,०११ बच्चों ने प्रवेश कन्फर्म कराया था ।

 

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