एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए वेंकैया नायडू का नाम तय किया हैं, मंत्री पद से उनके इस्तीफे के बाद शहरी विकास मंत्रालय और सूचना प्रसारण मंत्रालय का जिम्मा अलग अलग मंत्रियों को दिया गया हैं । मंगलवार को पीएमओ की ओर से ट्वीट कर जानकारी दी गई कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी को दिया गया हैं । इसके अलावा शहरी विकास मंत्रालय का अतिरिक्त जिम्मा केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र तोमर को दिया गया हैं । नायडू ने आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया हैं । पीएम मोदी, अमित शाह समेत सभी भाजपा नेताओं ने नायडू को बधाई दी और उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बताया । लेकिन इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए एक मुश्किल ओर बढ़ गई हैं. दरअसल वेंकैया नायडू पीएम मोदी के मंत्रिमंडल का अहम हिस्सा थे । नायडू के पास शहरी विकास मंत्रालय था, जो कि पीएम मोदी के न्यू इंडिया के एजेंड़े का एक अहम हिस्सा हैं । गौरतलब है कि इससे पहले भी मनोहर पर्रिकर रक्षामंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं । वहीं अनील माधव दवे का भी निधन हो गया था । पर्यावरण मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी डॉ हर्षवर्धन को दी गई थी । वेंकैया नायडू शहरी विकास मंत्रालय के अलावा सूचना प्रसारण मंत्री भी थे । सरकार की सभी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में इस मंत्रालय का भी काफी अहम रोल रहता हैं । यही कारण हैं कि पीएम मोदी के लिए अब नायडू की भरपाई करना आसान नहीं होगा ।
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