राज्यसभा से इस्तीफे के बाद बीएसपी प्रमुख मायावती ने दलितों के मुद्दे पर भाजपा को घेरने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया हैं । वह हर महिने की १८ तारीख को दो मंडलों की एक रैली करेगी । अभियान की शुरुआत १८ सितम्बर २०१७ से होगी और १८ अक्टूबर २०१८ तक चलेगा । उसके बाद इन १८ मंडलों की एक एक विधानसभा में सभाएं होगी । प्रदेश की किसी एक विधानभा में खुद मायावती पहुंचेगी । नई दिल्ली में पार्टी पदाधिकारियों, को ओर्डिनेटरों विधायकों राज्यसभा सदस्यों के साथ बैठक कर उनकी राय से उन्होंने यह निर्णय लिया हैं । मायावती इन रैलियों मंे सहारनपुर दंगे और दलितों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाएगी । वह लोगों को बताएगी कि दलितों की आवाज बुलंद करने के लिए ही उन्होंने राज्य सभा से इस्तीफा दिया हैं । मायावती ने बैठक में भी कहा की सोची समझी साजिश के तहत उन्हें सहारनपुर दंगों का मुद्दा नहीं उठाने दिया गया ।मेरी आवाज के दबाने के लिए वहां केन्द्र सरकार के मंत्रियों ने नारेबाजी की । ऐसे में इस्तीफा देकर लोगों के बीच जाकर उनकी आवाज उठाना ही बेहतर होगा । मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी लोगों को बडे पैमाने पर संगठित कर भाजपा और एनडीए को सत्ता से बाहर करके जातिवादी और तानाशाही रवैये से जनता को मुक्ति दिलाएगी । उन्होंने कहा कि १८ अगस्त से ही अभियान शुरु करने की तैयारी थी । लेकिन बारिश को ध्यान में रखते हुए १८ सितम्बर से अभियान शुरु किया जाएगा । १८ तारीख को ही कार्यकर्ता सम्मेलन रखने की वजह यह हैं कि १८ जुलाई को ही सहारनपुर दंगो का मुद्दा उठाया और उसी दिन मुझे राज्यसभा से इस्तीफा देना पडा । दूसरे चरण में विधानसभा स्तर पर होने वाले कार्यक्रम भी १८ तारीख को ही होंगे ।