गुजरात की 2 राज्यसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव से पहले भाजपा के हाथों बड़ी कामयाबी लगी है। कांग्रेस चुनावी मैदान में उम्मीदवार नहीं उतारने की वजह से भाजपा के दोनों उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है। चुनाव आयोग ने फॉर्म सत्यापन प्रक्रिया संपन्न करने के बाद यह ऐलान किया। गौरतलब है कि कांग्रेस के अहमद पटेल और भाजपा के अभय भारद्वाज के निधन से राज्यसभा की दो सीटें खाली हो गईं थी। भाजपा ने रामभाई मोकरिया और दिनेश प्रजापति को अपना उम्मीदार बनाया था। लेकिन कांग्रेस ने अपना कोई उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतारा था। जिसकी वजह से चुनाव से पहले ही दोनों उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया है। जिसके बाद राज्यसभा में गुजरात के 11 सांसदों में से भाजपा सांसदों संख्या बढ़कर 8 हो गई है।
राज्यसभा के उम्मीदवार के रूप में अपनी उम्मीदवारी दाखिल करने के बाद, रामभाई मोकरिया ने कहा, “मेरे आसपास के लोगों के साथ-साथ मेरी यात्रा के दौरान आने वाले किसी भी प्रश्न और समस्याओं को उच्च स्तर पर पेश कर शीघ्र हल कराने की कोशिश करुंगा।” गुजरात के मछुआरों की गिरफ्तारी के मामले को लेकर कोई उचित कदम उठाने की कोशिश की जाएगा। आम लोगों के सवालों के त्वरित समाधान को प्राथमिकता दी जाएगी। जबकि भाजपा के दूसरे उम्मीदवार दिनेश भाई प्रजापति ने उम्मीदवारी दर्ज कराने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता होगी कि लोगों को बुनियादी सुविधाएं जल्द से जल्द प्रदान कराया जाए। इतना ही नहीं लोगों के सामने आने वाली समस्याओं और कठिनाइयों को समाप्त करने का प्रयास किया जाएगा।
कांग्रेस नेता अहमद पटेल और भाजपा नेता अभय भारद्वाज की मौत के बाद दोनों सीटें खाली हो गईं थी। अहमद पटेल की 25 नवंबर को और 1 दिसंबर को अभय भारद्वाज की मृत्यु की वजह से राज्यसभा की दोनों सीटें खाली हो गई थी। अहमद पटेल के निधन से खाली हुई सीट का कार्यकाल 18 अगस्त, 2023 और अभय भारद्वाज की मृत्यु से खाली हुई सीट का 21 जुलाई, 2026 तक कार्यकाल था। कांग्रेस के पास विधानसभा में संख्याबल नहीं होने की वजह से राज्यसभा के लिए एक भी उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया था।