अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन G-7 की ऑनलाइन बैठक को शुक्रवार को संबोधित करेंगे, व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी। बाइडन के इस दौरान कोरोना वायरस से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की आवश्यकता और बहुपक्षीय संबंधों को लेकर अमेरिका की प्रतिबद्धता का दोहराने की उम्मीद है। व्हाइट हाउस ने रविवार को जारी किए एक बयान में कहा कि शुक्रवार को G-7 की बैठक के दौरान बाइडन टीके के निर्माण, वितरण और आपूर्ति को लेकर वैश्विक सहयोग की आवश्यकता और भविष्य में किसी भी वैश्विक महामारी से निपटने के लिए तैयारी को लेकर वैश्विक प्रयासों पर जोर देंगे।
वह औद्योगिक राष्ट्रों की आवश्यकता पर बात करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनकी अर्थव्यवस्था के बेहतर होने से ‘महिलाओं और वंचित समूहों के सदस्यों सहित सभी श्रमिकों को लाभ मिले।’ व्हाइट हाउस ने कहा कि बाइडन इस मौके का इस्तेमाल वैश्विक नियमों को अद्यतन करने की आवश्यकता पर चर्चा करने के लिए भी करेंगे ताकि चीन द्वारा पेश की गई आर्थिक चुनौतियों से निपटा जा सके। अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर बाइडन पहली बार G-7 बैठक को संबोधिक करेंगे। G-7 समूह में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका हैं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन जून में G-7 देशों के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता से पहले 19 फरवरी को समूह के नेताओं की एक डिजिटल बैठक की मेजबानी करेंगे। वहीं जून में कॉर्नवल में होने वाले G-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की उम्मीद है। ब्रिटेन ने इस सम्मेलन में भारत, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया को अतिथि राष्ट्र के रूप में आमंत्रित किया है।
પાછલી પોસ્ટ