उतार चढ़ाव से भरे वर्ष 2020 के खत्म होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं। इस साल देश पर आए कोरोना संकट के चलते लोग कई महीनों तक घरों में ही कैद रहने को मजबूर हुए। लॉकडाउन के चलते वर्क फ्रॉम होम संस्कृति को बढ़ावा दिया गया, जिससे नौकरीपेशा लोगों को घर से ही काम करने का मौका मिला। एेसे में समय की बचत के साथ साथ कर्मचारियों की छुट्टियों में भी काफी बचत हुई। अब इन्ही बची हुई छुट्टियों को लेकर कुछ कंपनियों ने नए बदलाव किए हैं।
परंपरागत सोच से हटकर नई पहल करने वाली कंपनियों में आरपीजी ग्रुप, माइंडट्री, महिंद्रा एंड महिंद्रा और कैशकरो सहित कई कंपनियाें के नाम जुड़ गए हैं। जहां कुछ कंपनियां बची हुई छुट्टियों के लिए कर्मचारियों को कैश का भुगतान कर रही हैं तो वहीं अन्य अपने स्टाफ को अगली तिमाही (जनवरी-मार्च) तक अपनी बची हुई छुट्टियां का इस्तेमाल करने का इजाजत दे रही है।
अब तक की व्यवस्था के मुताबिक अगर आप छुट्टियां नहीं लेते थे तो वे साल खत्म होने के साथ ही बेकार चली जाती थीं लेकिन इस बार कंपनियों ने परंपरागत सोच को बदल डाला है। आरपीजी ग्रुप के चीफ टैलेंट ऑफिसर सुप्रतीक भट्टाचार्य ने इसकी विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि यह साल दूसरे सालों के मुकाबले अलग है। हमने फैसला किया है कि हमारे कर्मचारी इस साल की बची हुई छुट्टियों को अगले साल की दूसरी तिमाही तक इस्तेमाल कर सकते हैं।