शुक्रवार रात 9 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक सरकार द्वारा लगाए गए कर्फ्यू के की वजह से अहमदाबियों में डर का माहौल पैदा हो गया है। लोगों में डर इस कदर पैदा हो गया है कि बड़ी संख्या में लोग खुदरा दुकानों से लेकर किराने की दुकानों पर खरीदारी करने के लिए पहुंचे है।इसके चलते छोटे किराना स्टोरों से लेकर डी मार्ट, रिलायंस मार्ट, बिग बाजार जैसे बड़े स्टोरों पर लोगों की भारी भीड़ दिखाई दे रही है।
मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने स्पष्ट किया कि राज्य में हमेशा के लिए कर्फ्यू लगाने की कोई योजना नहीं है और इस पर कोई विचार भी नहीं किया जा रहा है। बावजूद इसके लोगों की किराना और बड़े स्टोरों पर सुबह से ही लाइन लग गई है। लोगों ने कहा कि उस वक्त भी पहले एक दिन जनता कर्फ्यू और उसके बाद 21 दिनों का लॉकडाउन कर दिया गया था।सरकार कई बार अपने फैसले बदल चुकी है इसलिए लोगों में डर का माहौल पैदा हो गया है।
अगर सरकार दोबारा ऐसा करती है, तो उनकी स्थिति और खराब हो जाएगी। इसलिए भले ही सरकार ने कहा कि कर्फ्यू नहीं लगाया जाएगा, लेकिन उन्हें सरकार पर भरोसा नहीं है।लोगों का मानना है कि कोरोना संकटकाल में सरकार किसी भी समय कोई भी निर्णय ले सकती है। इसलिए पहले से ही लोग अपने घरों में माल सामान जमा कर रहे हैं। इसलिए बड़ी-बड़ी दुकानों पर लगी लोगों की भारी भीड़ में कोरोना नियमों को दरकिनार किया जा रहा है।लोगों को अब सरकारी फैसलों की तुलना में अपनी दूरदर्शिता पर ज्यादा भरोसा है। डी मार्ट जैसे कई बड़े मॉल एक समय में चार से अधिक लोगों को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है।जिसकी वजह से लोगों की भारी भीड़ दिखाई दे रहे हैं। छोटे किराने की दुकान पर भी कुछ ऐसी ही तस्वीर दिखाई दे रही है।