कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक बार फिर से तीन कृषि कानूनों को लेकर बड़ा बयान दिया है। रोहतक के डी-पार्क स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में हुड्डा ने कहा, कृषि कानूनों में एमएसपी (मिनिमम सपोर्ट प्राइज) का प्रावधान नहीं है। किसानों को फसल बेचने के भाव नहीं मिल रहे। यह भी दावा किया, यदि तीन कृषि कानूनों में एमएसपी का प्रावधान है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। वहीं, बरोदा उप चुनाव में सरकार पर प्रलोभन देकर मतदाताओं को प्रभावित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, पहली बार किसी भी चुनाव में सत्ता का इतना दुरूपयोग देखा है। एक वायरल वीडियो को लेकर कहा, मतदाताओं को गैस सिलेंडर बांटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा, इस प्रकरण में चुनाव आयोग से शिकायत की है। सोनीपत में तैनात पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दी है। यह भी कहा, बरोदा चुनाव भाजपा हार चुकी है, इसलिए हाथ-पैर मार रही है। प्रदेश की कानून व्यवस्था फेल बताते हुए हुड्डा ने कहा, सरकार से हर वर्ग का विश्वास उठ गया है। सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा, इनके पास सिर्फ दलाल फॉर्मूला है। पंजाब के साथ तीन विवाद बताते हुए कहा, पानी, राजधानी और हाईकोर्ट से हम अपना हक नहीं छोड़ सकते। सबसे पहले हम अपने हक के पानी को लाने के लिए लड़ाई लड़ेंगे।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के बयान को लेकर कहा, वह कौन होते हैं, जो इस प्रकरण में गलत बयान दे रहे हैं। बल्लभगढ़ की घटना के बाद लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने को लेकर कहा, सरकार कानून बनाने को लेकर कोई प्रस्ताव लाएगी तभी तय करेंगे कि हमें क्या करना है। प्रदेश सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि पराली जलाने पर केस दर्ज किए जा रहे हैं, लेकिन प्रदूषण से निपटने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। हुड्डा ने मांग की है कि पराली के लिए भी सरकार एमएसपी तय करे। पराली के निस्तारण के लिए सरकार को योजनाएं बनानी चाहिए। इस दौरान अशोक अरोड़ा, विधायक भारत भूषण बतरा, पूर्व मंत्री संत कुमार, चक्रवर्ती शर्मा आदि मौजूद रहे।