नार्को टेरर मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुठभेड़ में मारे जा चुके हिजबुल कमांडर रियाज नाइकू समेत दस लोगों के खिलाफ मोहाली कोर्ट में 12 हजार पृष्ठों का अभियोग पत्र दाखिल किया है। आरोप पत्र में इन सभी पर देश के विभिन्न हिस्सों में मादक पदार्थों की तस्करी के नेटवर्क को संचालित करने के आरोप हैं। आरोपियों में पुलवामा का रहने वाला हिलाल अहमद, गुरदासपुर और अमृतसर के रहने वाले बिक्रम सिंह, मनंदिर सिंह, रंजीत सिंह, गगनदीप सिंह, इकबाल सिंह, रंजीत सिंह, जसवंत सिंह और वर्तमान में पाकिस्तान में रह रहा अनंतनाग निवासी जफर हुसैन भी शामिल है। 25 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने 29 लाख रुपये की नकदी के साथ शेरगोजरी को पकड़ा था। 8 मई को एनआईए ने जांच को अपने हाथ में लिया। शेरगोजरी अमृतसर में नकदी लेने आया था। वह हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम करता है और रियाज नाइकू का करीबी रहा है। इनके पकड़े जाने के बाद पाकिस्तान के नार्को आतंकवाद के बड़े नटवर्क का पता चला। इसमें हवाला का पैसा भी शामिल है। जुलाई 2019 को अटारी बार्डर पर 532 किलो हेरोइन बरामद हुई थी। इसके बाद एनआईए ने पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर की 15 लोकेशन पर छापे मारे। कार्रवाई के दौरान आठ वाहन और 98.5 लाख रुपये भी बरामद किए गए। आरोपियों के आतंकियों के साथ सोशल साइट पर हुई चैट को भी सार्वजनिक किया गया था।