दो दिन पहले शहर में हुई सामान्य बारिश में निम्न क्वालिटी के बनाये गये रोड धुल जाने की शिकायत सामने आने पर फिर से रास्ते के काम लोगों के समक्ष बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा हो गया है । अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा गत अक्टूबर २०१६ से गत २७ जून, २०१७ तक में शहर के रास्तों का रिसरफेसिंग या नये रास्ते बनाने के पीछे ३०० करोड़ रुपये से ज्यादा रकम खर्च हो चुका है दूसरे अर्थ में यह मोनसून में करोड़ों रुपये के रास्ते का भविष्य निश्चित हो जाएगा । कॉन्ट्राक्टरों के प्रति कई अधिकारियों की कृपा बने रहने से पेचवर्क में तो रोड पर मरम्मत की जाती है । रोड के काम में व्यापक भ्रष्टाचार से म्युनिसिपल तिजोरी से हर वर्ष खर्च होते करोड़ों रुपये पर फिजूल खर्च हो जाते है । गत अक्टूबर, २०१६ से गत २७ जून, २०१७ तक में शहरभर में कुल ४५६ रास्ते को रोड रिसरफेसिंग या नये रोड के निर्माण के तहत शामिल किया गया था । जिसमें से नये पश्चिम जोन में सबसे ज्यादा १४५ रोड शामिल है । रोड के कार्यों की जोनवाइज जानकारी जांच करने पर पूर्व जोन में ६९ रास्ते, दक्षिण जोन में ७५ रास्ते, पश्चिम जोन में ६७ रास्ते, उत्तर जोन में ३८ और मध्य जोन में सबसे कम ३२ रास्ते को नया रूप दिया गया है । जिसके पीछे २५० करोड़ रुपये खर्च किए गए है, जो गत वर्ष के करीब २२५ करोड़ रुपये की अपेक्षा २५ करोड़ रुपये ज्यादा है । गुजरात विधानसभा का चुनाव जल्दी आयोजित किया जाएगा एसे कयासों के बीच भाजपा के सत्ताधीशों ने शहरीजनों में पार्टी की अच्छी छाप खड़ी करने के लिए रोड को जल्दी में रिपेरिंग करने के लिए ज्यादा रकम इस्तेमाल होने की भी चर्चा हुई है । इसी दौरान वित्तीय वर्ष २०१७-१८ में बजट में से पश्चिम और मध्यजोन में रास्ते के काम के लिए गत १ जून से आज दिन तक में ५० करोड़ रुपये से ज्यादा इस्तेमाल किए जाने से चालू मोनसून में करीब ३०० करोड़ से ज्यादा खर्च से तैयार किए गए रोड की कसौटी होनेवाली है ।
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