सुप्रीम कोर्ट (एससी) ने अपने आदेश में बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच का सीबीआई को जिम्मा दिया है। इस मामले में महाराष्ट्र सरकार में शामिल एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। शरद पवार ने तंज कसते हुए कहा कि उन्हें आशा है कि इस जांच के परिणाम डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या की जांच जैसे न हो जिसका अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है। शरद पवार ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘सुप्रीम कोर्ट ने सुशांत सिंह राजपूत जांच प्रक्रिया सीबीआई को हस्तांतरित करने का आदेश दिया है। मुझे यकीन है कि महाराष्ट्र सरकार इस निर्णय का सम्मान करेगी और जांच में पूरी तरह से सहयोग करेगी।’
शरद पवार ने ट्वीट में आगे लिखा, ‘मुझे आशा है, इस जांच के परिणाम डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या की जांच जैसे न हो। 2015 में सीबीआई द्वारा शुरू की गई डॉ. नरेंद्र दाभोलकर हत्या की जांच का अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है।’ शरद पवार ने यह ट्वीट महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक कार्याध्यक्ष डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की मौत की बरसी पर किया है। आज उनकी मौत को सात साल पूरे हो गए। शरद पवार ने डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या केस को याद करते हुए कहा कि इस जांच का अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है। बता दें कि महाराष्ट्र के सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर नरेंद्र दाभोलकर की हत्या 20 अगस्त 2013 को कर दी गई थी। अब तक जांच न पूरी हो पाने पर उनकी बेटी मुक्ता दाभोलकर और बेटे डॉ. हमीद दाभोलकर ने दुख जताया है।
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