अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में डयुटी करते वर्ग-१ से ३ के अधिकारी कितने हद तक लापरवाह है इसका और एक उदाहरण सामने आया है । पहले संपत्ति की जानकारी जारी नहीं करने पर अधिकारियों का चेहरा सामने आने के बाद अब निजी रिपोर्ट नहीं भरने के मामले में सभी को ३० जून तक की अंतिम अवधि दी गई है । रिपोर्ट नहीं भरनेवाले को इन्क्रीमेन्ट रोकने के साथ प्रमोशन के समय में भी रिपोर्ट नहीं भरनेवाले का प्रमोशन रोका जाएगा । इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में डयुटी करते वर्ग-१ और २ के २३० से ज्यादा अधिकारियों द्वारा उनकी संपत्ति की जानकारी जारी करने के मामले में विवाद खड़ा हो गया था । जिसमें ३१ मई तक की अंतिम अवधि तक में २३८ में से ७५अधिकारियों द्वारा उनकी आय की जानकारी जारी किया गया था । इसी दौरान अब एक नया विवाद सामने आया है । इस विवाद में म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के विभिन्न विभागों में डयुटी करते वर्ग-१ से ३ के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के कॉन्फीडेन्शीयल रिपोर्ट हर वर्ष भरना होता है । इस तरह वर्ष-२०१३ से अभी तक में कुल मिलाकर छह बार इस बारे में सेन्ट्रल ऑफिस द्वारा परिपत्र किया गया फिर भी डेप्युटी म्युनिसिपल कमिशनर को इस मामले में हस्तक्षेप करना अनिवार्य हो गया है । डेप्युटी म्युनिसिपल कमिशनर केएल बचाणी ने इस मामले में परिपत्र करते हुए कहा है कि, ३० जून तक में सभी सीआर भरकर विभाग के प्रमुख को भेजना होगा । यह रिपोर्ट २० जुलाई तक में सेन्ट्रल ऑफिस को मिलना जरूरी है । ऐसा नहीं करनेवाले को इन्क्रीमेन्ट रोका जाएगा । इसके अलावा प्रमोशन का निर्णय करते समय यह मामले को गंभीरता से ध्यान में लेकर प्रमोशन भी रोकने का निर्णय हो सकता है । यहां उल्लेखनीय है कि वर्ष २०१३ से वर्ष २०१७ तक में निजी रिपोर्ट भरकर भेजने के मामले में कुल मिलाकर छह बार परिपत्र जारी किया गया है ।