नागरिकता संशोधन विधेयक बिल 2019 राष्ट्रीय नागरिकता पंजीयन(एनआरसी) की तरह एक जाल है, जो वैध नागरिकों को शरणार्थी करार कर देगा। इसलिए इसका पुरजोर विरोध करें। भाजपा इसे शीतकालीन सत्र में जबरिया पारित कराने के फेर में है मगर मैं ऐसा नहीं होने दूंगी। यह कहना है प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का। लोकसभा चुनाव के बाद सीएम ममता बनर्जी का उत्तर बंगाल का दूसरा दौरा था, मुख्यमंत्री कूचबिहार स्थित नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहीं थीं। नागरिकता संशोधन बिल पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि इस बिल के पारित होने से बंगाली व हिंदू इस देश की नागरिकता सूची से बाहर कर दिए जायेंगे।
केंद्र सरकार इसे पारित करने पर आमादा है। इस बिल के पास होने से बांग्लादेश, अफगानिस्तान व पाकिस्तान के ऐसे अल्पसंख्यकों को भारत में रहने की सुविधा मिल जाएगी तथा बिल पारित होने के बाद से सात साल यहां रहने के बाद उन्हें भारतीय नागरिकता मिल जाएगी। इसके लिए किसी दस्तावेज की जरूरत नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने एयर इंडिया को बेचने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार यदि सत्ता में आती है तो कूचबिहार के शरणार्थियों को नागरिकता दी जाएगी। लोकसभा चुनाव में पैसा देकर व केंद्रीय वाहिनी के बल पर चुनाव जीती थी भाजपा। हैदराबाद से भाजपा के गुंडे कूचबिहार में आए हुए थे।
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