गुजरात में विधानसभा चुनाव के परिणाम पहले कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्षा सोनिया गांधी ने गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति के ढांचे को भंग कर देने की घोषणा की है तब नये ढांचे की प्रक्रिया दीपावली के बाद शुरू की जाए ऐसी संभावना है । जिसमें कांग्रेस पार्टी वफादार लोगों को स्थान देने की नीति अपनाई जाए ऐसी संभावना है । कांग्रेस के प्रदेश ढांचे को भंग करते समय हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर अमित चावडा को बरकरार रखा गया है । दूसरी तरफ, कांग्रेस समिति के ढांचे को भंग कर देने पर प्रदेश समिति में स्थान रखते भरूच जिले के कई नेताओं की घरवापसी होने की संभावना है । यह नेताओं में राजेन्द्रसिंह राणा, युनूस पटेल, अरविंद दोरावाला, मुकेश जैन, रफीक झघडीयावाला और डीसी. सोलंकी शामिल होने जा रहे है । अमित चावडा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भरूच के स्थानीय सीनियरों को प्रदेश समिति में स्थान दिया गया । अब यह नेताओं को फिर से प्रदेश समिति में स्थान मिलता है कि नहीं इस पर सभी की नजर है । कांग्रेस हाईकमान ने आखिर में बुधवार शाम को गुजरात कांग्रेस का प्रदेश ढांचा भंग करने का निर्णय घोषित किया था । हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर अमित चावडा को बरकरार रखा गया है, इस तरह आम युद्ध में पराजित सेना का सेनापति बरकरार रहा है । २०१९ के लोकसभा चुनाव में गुजरात में कांग्रेस की २६ में से २६ सीटों पर करारी तरीके से हार हुई थी, इसके बाद गुजरात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पर प्रदेश का ढांचा भंग करने के लिए सिफारिश की थी, जिसे हाईकमान ने देरी से मंजूर किया था । गुजरात कांग्रेस में अभी ४०० कारोबारी का ढांचा है जिसमें २२ उपप्रमुख, ४४ महामंत्री, १८० मंत्री, ७ प्रदेश प्रवक्ता आदि शामिल थे, हालांकि, अब यह ढांचा पूरी तरह से भंग कर दिया है । कांग्रेस के हाईकमान यह निर्णय की वजह से अब सभी पदाधिकारी पहले जैसे हो गये हैं । लेकिन दीपावली के बाद आगामी दिनों में कांग्रेस के नये प्रदेश ढांचे के लिए एक्साइज प्रदेश स्तर पर किया जाएगा ।