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अमेजन और फ्लिपकार्ट पर दिए जा रहे छूट से बौखलाया कैट

अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील एवं अन्य ऑनलाइन वाणिज्य एजेंसियों द्वारा समानों पर दिए जाने वाले छूट से कैट बौखला गया है। और अब कंपनियों को पत्र लिख रहा है। जीं केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल के स्पष्ट निर्देशों के बाद 11 अक्टूबर को नई दिल्ली के उद्योग भवन में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) एवं अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट के बीच वाणिज्य मंत्रालय द्वारा आयोजित की गई बैठक के सन्दर्भ में आगे कदम उठाते हुए कैट ने आज उन सभी प्रमुख ब्रांडों एक पत्र भेजा है।

जिनके उत्पाद अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट दोनों के ई वाणिज्य पोर्टलों पर बेचे जाते हैं। और सभी ब्रांड कंपनियों से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि क्या अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर विभिन्न उत्पादों पर गहरी छूट उनके द्वारा दी जा रही है जैसा कि अमेज़न और फ्लिपकार्ट दोनों ने उपरोक्त बैठक में दावा किया है। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भारतीय एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने ब्रांड्स कंपनियों को भेजे पत्र में कहा कि अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट पर उनके ब्रांड के विभिन्न उत्पादों पर दी जा रही गहरी छूट के सवाल पर अमेज़न और फ्लिपकार्ट दोनों ने स्पष्ट रूप से कहा कि पोर्टल कोई छूट नहीं दे रहे हैं और यह विभिन्न ब्रांड हैं जो इस तरह की गहरी छूट दे रहे हैं और अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट की उनके पोर्टल्स पर छूट में कोई भूमिका नहीं है।

एक अन्य प्रश्न में, अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट दोनों ने कहा कि यह ब्रांड ही हैं जो इन पोर्टलों पर विक्रेताओं को विशेष उत्पाद देते हैं जो बाज़ार में नहीं मिलते और इस पर भी अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट की कोई भूमिका नहीं है। यह उनका आधिकारिक बयान है, जो कैट को वाणिज्य मंत्रालय द्वारा बुलाई गई आधिकारिक बैठक में दिया गया है। भरतिया और खंडेलवाल दोनों ने कहा कि अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट का ऐसा बयान जो ऑफ़लाइन और ऑनलाइन व्यापार दोनों में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन व्यापार में मूल्य और छूट में अलग अलग नीति होने से ब्रांडों की दोहरी नीति को दर्शाता है, जो सीधे रूप से व्यापारिक भेदभाव और अनुचित व्यापार प्रथाओं को दर्शाता है जिसे व्यावसायिक मानदंडों के तहत अनुमति नहीं है।

जिस प्रकार से अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट ने सरकारी बैठक में अपने ई कॉमर्स पोर्टल पर छूट की जिम्मेदारी ब्रांड कंपनियों पर सीधे रूप से डाली है और इसे दोनों कंपनियों ने अपना अधिकृत बयान करार दिया है तो कैट ने इसे बेहद गंभीरता से लिया है। इस बारे में ब्रांड्स से स्पष्टीकरण मांगते हुए कैट ने प्रत्येक ब्रांड को भेजे पत्र में कहा कि “चूंकि आपका ब्रांड अमेज़न /फ्लिपकार्ट ई कॉमर्स पोर्टल्स पर बेचा जा रहा है, इसलिए हम आपसे आग्रह करते हैं की आप यह स्पष्ट करें कि क्या इन पोर्टल्स पर जी गहरी छूट दी जा रही है क्या वो आपके द्वारा दी जा रही है ? आपका स्पष्टीकरण इसलिए आवश्यक है क्योंकि इस बेहद गंभीर मुद्दे को हम सरकार के शीर्ष नेतृत्व के पास ले जाएंगे ।

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